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जयपुर के ज्वेलर ने विदेशी महिला को बेचे 6 करोड के नकली गहने, 300 रुपए के स्टोन को लाखों का हीरा बता दिया

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24 न्यूज अपडेट. जयपुर। जयपुर में एक विदेशी महिला को नकली ज्वेलरी बेचकर 6 करोड़ रुपए ठगने का मामला सामने आया है। महिला यूएसए की रहने वाली चेरिस नौरते ने 18 मई को माणक चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। ज्वेलर बाप-बेटे ने चांदी की चेन पर सोने की पॉलिश और 300 रुपए वाले मोजोनाइट स्टोन को लाखों रुपए का हीरा बताकर फर्जी सर्टिफिकेट भी दिया। पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। फरार ज्वेलर बाप-बेटे के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करवाया है। जांच में सामने आया है कि धोखाधड़ी के रुपए से ज्वेलर्स ने जयपुर में 3 करोड़ रुपए का फ्लैट खरीदा है। मामले में बाप-बेटे फरार हो गए हैं। महिला के अनुसार पिछले दो साल यानी साल 2022 से ज्वेलर राजेंद्र सोनी और गौरव सोनी के कॉन्टैक्ट में थी। चेरिस ज्वेलर बाप-बेटे से रत्न जड़ित गहने खरीदकर यूएसए में बिजनेस करती थी। इस दौरान जयपुर आकर ज्वेलर बाप-बेटे से करीब 6 करोड़ रुपए के गहने खरीदे। अप्रैल, 2024 में यूएसए में लगी एग्जीबिशन में जांच कराने पर ज्वेलरी नकली निकली। मई, 2024 में नकली ज्वेलरी लेकर जयपुर आई। जौहरी बाजार स्थित ज्वेलर बाप-बेटे राजेंद्र और गौरव की जेम्स एंड ज्वेलरी शॉप पर आई। दोनों को ज्वेलरी दिखाकर नकली होने के बारे में बताया। विदेशी महिला और ज्वेलर बाप-बेटे की कहासुनी हो गई। ज्वेलरी को वापस बैग में रखकर महिला ले गई। विदेशी महिला के जाने के बाद राजेंद्र और गौरव ने माणक चौक थाने में उसके खिलाफ शॉप से जबरन ज्वेलरी उठाकर ले जाने की शिकायत दी। पुलिस ने जांच के फुटेज देखे। विदेशी महिला अपने साथ लाए गहने ही वापस बैग में रखकर ले जाती दिखी। ज्वेलर बाप-बेटे ने पुलिस को विदेशी महिला के गहने उठाते हुए दिखने वाली ही फुटेज दी। परेशान होकर महिला ने एम्बेसी में शिकायत दी तो विदेशी महिला की शिकायत पर माणक चौक थाने में मामला दर्ज किया। पुलिस ने पीड़िता को दी गई ज्वेलरी की सीतापुरा स्थित दूसरी लैब में जांच करवाई तो नकली पाई गई। पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने वाले आरोपी मानसरोवर निवासी नंद किशोर को गुरुवार शाम अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया- वह परकोटे में जेम्स और ज्वेलरी का काम करने के साथ सोने और डायमंड के सर्टिफिकेट बनाता है। ज्वेलर की भेजी पर्ची के हिसाब से सर्टिफिकेट बनाकर जारी करता है। मुख्य आरोपी राजेंद्र और गौरव ने हाल ही में सी-स्कीम में तीन करोड़ रुपए का फ्लैट खरीदा है।

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