कविता पारख



24 न्यूज़ अपडेट निम्बाहेड़ा । मेवाड़ के प्रसिद्ध श्री शेषावतार कल्लाजी वेदपीठ द्वारा कल्याण नगरी के राजाधिराज एवं जन-जन के आराध्य ठाकुर श्री कल्लाजी के 481 वे जन्मोत्सव का भव्य आयोजन श्रावण शुक्ला अष्टमी मंगलवार को किया गया। इस पावन अवसर पर ठाकुर श्री कल्लाजी का जन्मोत्सव पूरी श्रद्धा, उत्साह एवं ठाठ बाठ के साथ मनाया गया। प्रातरू मंगला आरती के समय ठाकुर श्री का एकादश द्रव्यों से महारूद्राभिषेक करने के साथ ही उनका स्वर्ण आभा में मनभावन श्रृंगार किया गया, जो हजारों दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। हर कोई कल्याण भक्त अपने आराध्य के अनुपम स्वरूप को देखकर चकित होते हुए स्वयं को धन्य कर रहा था। इस मौके पर नगर की विभिन्न प्रभातफेरियों से जुड़े भक्तों ने मंदिर परिसर में पहुंचकर ढोल नगाड़े, झांझ मजिरों के साथ भजन कीर्तन करते हुए नृत्य कर ठाकुर जी को रिझाने में जुटे रहे। श्रृंगार आरती के दर्शन के दौरान सतरंगी फूलों से सजी वेदपीठ पर विराजित ठाकुर जी सहित पंच देवों का मनभावन श्रृंगार की छटा देखते ही बनती थी। वहीं फूलों की भिनी-भिनी महक से समूचा वेदपीठ परिसर सुगंधित रहा।
5100 कमल से की गई कमल पूजा
ठाकुर जी के 481 वे प्राकट्य दिवस के अवसर पर कलकत्ता से मंगवाएं गए 481 लक्ष्मी कमल अर्पण करने के साथ ही कल्याण भक्तों द्वारा 5100 से अधिक कमल एवं ढाई क्विंटल गुलाब व 51 किलो मोगरे के पुष्प अर्पित कर जन्मोत्सव आयोजन को द्विगुणित कर दिया गया। फूलों की छटा के बीच ठाकुर जी का श्रृंगार भक्तों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा।
नजरानों के लगे ढेर
ठाकुर श्री के जन्मोत्सव के अवसर पर मेवाड़, मालवा, वागड़, हाड़ौती सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए हजारों कल्याण भक्तों ने अपने आराध्य के जन्म दिवस पर कई प्रकार के नजराने भेंट किए गए। नजरानों के ढेर में स्वर्ण रजत आभूषण के साथ ही माणक मौतियों के हार, कई प्रकार के आकर्षक सिरोपाव, वेशभूषाएं, वीर बालकों की ओर से सागवान से निर्मित सिंहासन, वीरांगनाओं द्वारा 481 हनुमान चालीसा, छप्पनभोग, राम नाम की पुस्तिका, सुंदरकाण्ड सहित कई प्रकार की सामग्री ठाकुर जी को न्यौछावर की गई। वहीं कई श्रद्धालु ठाकुर श्री की आकर्षित छवि युक्त तस्वीरे, झूले, मोर छड़ी, सात प्रकार की गूगल, 16 प्रकार की औषधियों के धूप, 21 प्रकार के इत्र भेंट कर देश प्रदेश में खुशहाली व सर्वत्र अच्छी वर्षा की कामना की गई।
दर्शनों के लिए उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
ठाकुर जी के जन्मोत्सव के पावन अवसर पर मंगला आरती से लेकर शयन आरती तक दूर दराज के क्षेत्रों सहित कल्याण नगरी वासियों की उमड़ी भीड़ से ऐसी अनुभूति हुई मानों समूची नगरी श्रद्धा का सैलाब बनकर वेदपीठ परिसर में उमड़ पड़ी हो। बिनोता, नयागांव, रानीखेड़ा सहित आसपास के कई गांवों से हजारों पदयात्री ढ़ोल नगाड़ों के साथ भजन कीर्तन करते हुए अपने आराध्य के दर्शन करने पहुंचे।
भजनानंदी स्वर लहरियों से गुंजता रहा वेदपीठ परिसर
ठाकुर श्री कल्लाजी के जन्मोत्सव पर पंडित प्रहलाद कृष्ण एवं साथियों द्वारा श्रृंगार आरती के साथ ही ठाकुर जी के मनभावन भजनों के अलावा देवी-देवताओं के भजनों की प्रस्तुतियां देकर समूचे वेदपीठ परिसर को भजनानंदी स्वर लहरियों से गुंजायमान कर दिया। जिसके फलस्वरूप यहां आने वाले कल्याण भक्तों को भी भक्ति सरिता में गौते लगाने का अवसर पर प्राप्त हुआ।
क्षमापना पर्व के रूप में मनाया जन्मोत्सव
ठाकुर श्री कल्लाजी के हजारो कल्याण भक्तों ने मंगलवार को क्षमापना पर्व के रूप में जन्मोत्सव को मनाया। वे एक दूसरे से वर्ष पर्यन्त हुई भूलो एवं गलतियों के लिये क्षमा याचना करते हुए जय श्री कल्याण के अभिवादन के साथ ठाकुर जी के जन्मदिन की बधाई देकर मुंह मीठा करते हुए जन्मोत्सव मनाते नजर आए। वहीं वीर बालकों द्वारा मंगल तिलक लगाकर आगंतुकों को ठाकुर जी के जन्मोत्सव की बधाईयां दी।
नगर एवं आस पास के सभी विद्यालयों में मनाया जन्मोत्सव
कल्याण नगरी सहित आस पास के गांवों के लगभग 150 राजकीय एवं निजी विद्यालयों में ठाकुर जी का जन्मोत्सव पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। वेदपीठ से जुड़े वीर वीरांगनाओं, शक्ति दल की बालिकाओं द्वारा विद्यालयों की प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों को ठाकुर जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बच्चों का मूंह मीठा कराते हुए जन्मदिन की बधाई दी गई।
गौ सेवा, पक्षियों को दाना एवं अभ्यागतों को भोजन व नवीन वस्त्र का किया वितरण
जन जन के आराध्य ठाकुर श्री कल्लाजी के जन्मोत्सव के पावन अवसर पर श्री कल्याण गौ शाला में वेदपीठ एवं कल्याण भक्तों द्वारा गायो को लापसी का भोग लगाकर हरा चारा खिलाने के साथ ही पक्षियों को दाना एवं चींटियों को कूलर खिलाया गया। वहीं नगर के अभ्यागतों को भोजन करवाकर नये वस्त्र प्रदान किए गए।
विद्युत रौशनी से नगर एवं वेदपीठ रही सुसज्जित, नगर में की गई सतरंगी आतिशबाजी
ठाकुर जी के जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर कल्याण नगरी वासी अपनी स्वेछा से अपने घरों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों को विधुत रौशनी से सुसज्जित व करने के साथ ही वेदपीठ को भी सतरंगी रौशनी से सजाया गया। इस मौके पर नगर के मुख्य चौराहा पर रंगोली, दीप ज्योति एवं आतिशबाजी के साथ जन्मोत्सव का वातावरण बनाया गया। ठाकुर श्री कल्लाजी के जन्मदिन की पूर्व संध्या एवं जन्मोत्सव के दिन सतरंगी आतिशबाजी की गई। जिसकी छटा देखने योग्य थी।
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