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उदयपुर के मावली में मदरसे के लिए आवंटित जगह को लेकर बवाल, जिला प्रशासन ने राज्य सरकार से जमीन निरस्त करने की की अनुशंसा

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24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर। उदयपुर के मावली में मदरसे की जमीन को लेकर जमकर बवाल हुआ। सर्व हिंदू समाज के बैनर तले आज मदरसे के लिए आवंटित जमीन को निरस्त करने की आवाज बुलंद की गई। इसी मांग को लेकर मावली कस्बे को बंद रखने का आव्हान किया गया जो पूरी तरह सफल रहा और पूरे दिन हजारों की तादाद में सर्व हिंदू समाज के लोगों का रैला मावली की सड़कों पर नजर आया।

पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा मावली में मदरसे के लिए एक जमीन आवंटित की। इस जमीन की आवंटन के बाद से ही मावली में इसका विरोध चल रहा था और लगातार बढ़ते विरोध के चलते जिला प्रशासन ने एसडीएम के मार्फत इसकी जांच करवाई। जांच में सामने आया कि मदरसे के लिए जो जमीन आवंटित की गई है यह जल भराव क्षेत्र में आती है और अब्दुल रहमान प्रकरण से प्रभावित भी नजर आती है। एसडीएम द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी गई। एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर जिला कलेक्टर ने राज्य सरकार से जमीन निरस्त करने के लिए अग्रिम कार्रवाई हेतु पत्र भी लिख दिया।

मदरसे की जमीन को निरस्त करने के लिए सांसद सीपी जोशी, विधायक उदयलाल डांगी, विधायक प्रत्याशी रहे कृष्णगोपाल पालीवाल, विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्रसिंह राव, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राजेश चपलोत, आकाश वागरेचा, चंद्रगुप्तसिंह चौहान, संपत सामोता, जीवनसिंह, निखिल खंडेलवाल, निर्मल लोढ़ा सहित कई प्रमुख लोग प्रात: मावली पहुंचे। इस दौरान हजारों की तादाद में लोग आसपास के गांव से भी विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे। प्रदर्शन को देखते हुए न सिर्फ कस्बा बंद रखा गया बल्कि कई निजी स्कूलों और सरकारी स्कूलों में आज के दिन अवकाश भी रखा गया। प्रदर्शनकारियों ने पहले तो एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर मदरसे की जमीन को निरस्त करने की अपनी मांग से अवगत भी कराया। जिला कलेक्टर द्वारा राज्य सरकार को लिखे गए पत्र के बाद यह माना जा रहा है कि राज्य सरकार अब जल्द ही इस मामले में बड़ा एक्शन ले सकती है।

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