24 न्यूज अपडेट. चित्तौड़गढ़। सीमेंट फैक्ट्री में इंजीनियर की मौत के मामले में समझौता हो गया है। देर रात परिजनों और फैक्ट्री मैनेजमेंट के बीच समझौता हो गया। ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे तथा उन्होंने परिवार को संबल दिया तब जाकर फैक्ट्री प्रबंधन का पक्ष नर्म हुआ। बताया गया कि रात को डेढ़ बजे दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी। फैक्ट्री मैनेजमेंट की ओर से 55 लाख नकद (ग्रेच्युटी, पीएफ और इंश्योरेंस को छोड़कर) तथा मृतक की पत्नी को नौकरी पर सहमति नबी। सहमति के बाद परिवार को शव सौंपा गया। आपको बता दें कि शंभूपुरा आदित्य सीमेंट प्लांट में शनिवार सुबह इंजीनियर निखिल सनाढ्य (28) की मौत हो गई थी। फैक्ट्री मैनेजमेंट ने परिवार को सूचना देरी से दी। दोपहर बाद जब परिजन अस्पताल गए तब उन्होंने मैनेजमेंट पर निखिल को लगातार टॉर्चर, अवकाश नहीं देने सहित अन्य आरोप लगाए थे। निखिल के पिता दिनेश कुमार सनाढ्य ने कहा कि निखिल से लगातार शिफ्टों में काम करवाया जा रहा था जिससे वह बहुत परेशान था। उसको मनमर्जी तरीके से कभी भी फैक्ट्री बुला लियाजाता व छुट्टियां भी नहीं मिलती जिससे मानसिक तनाव में आ गया था। पिता ने पुलिस थाना में हत्या की रिपोर्ट दी व शव लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद माहौल गरमा गया। देर शाम को ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी मौके पर आ गए। फैक्ट्री मैनेजमेंट के सामने 55 लाख नकद (ग्रेच्युटी, पीएफ और इंश्योरेंस को छोड़कर), मृतक की पत्नी को नौकरी देने की मांग रखी। मैनेजमेंट राजी नहीं हुआ। परिवार अपनी मांगों को लेकर अड़ा रहा व रात तक बात होती रही। रात करीब डेढ़ बजे सहमति नहीं बनी। फैक्ट्री मैनेजमेंट को परिवार की मांगों के आगे झुकना पड़ा। इससे पहले मैनेजमेंट मामले को मैनेज करने का प्रयास कर रहा था। इसके बार सारा समझौता आॅन पेपर किया गया। सहमति पत्र पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए व परिवार शव को लेकर मांडल, भीलवाड़ा रवाना हो गया। आपको बता दें कि निखिल की पत्नी प्रेग्नेंट हैं तथा उसके एक माह बाद ही प्रसव होने वाला है। ऐसी कठिन परिस्थिति में परिवार को आर्थिक संबल मिलना जरूरी था। विप्र फाउंडेशन चित्तौड़गढ़ जिलाध्यक्ष शिरीष त्रिपाठी, युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष विकास शर्मा, महिला प्रदेशाध्यक्ष इंद्रा शर्मा सहित समाज के कई लोग मौजूद थे।
इंजीनियर की मौत का मामला: 55 लाख कैश, मृतक की पत्नी को नौकरी पर बनी सहमति

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