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मोदी केमिकल फैक्ट्री पर सामान डिलीवर करने आए ड्राइवर की हाईटेंशन लाइन से चिपक कर मौत, कल की घटना, आज दबाव बढ़ने व सीसीटीवी आने पर परिजनों को पता चला सच, फैक्ट्री बाहर हंगामा

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24 News Update उदयपुर, 23 जुलाई। डबोक थाना क्षेत्र स्थित रीको एरिया में मंगलवार दोपहर मोदी केमिकल फैक्ट्री पर एक दर्दनाक हादसे में ट्रक ड्राइवर की करंट लगने से मौत हो गई। 40 वर्षीय रामलाल गाडरी फैक्ट्री में सामान डिलीवर करने आया था। सामान उतारने के बाद वह ट्रक पर तिरपाल ठीक कर रहा था, तभी ऊपर से गुजर रही 11000 केवी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। केवल दो सेकंड में ही वह ट्रक पर गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।
फैक्ट्री प्रशासन ने छिपाई सच्चाई, CCTV आने पर खुला राज
हादसे के तुरंत बाद फैक्ट्री प्रशासन ने परिजनों को सूचना तो दी, लेकिन मौत के सही कारण नहीं बताए। जब परिजन एमबी अस्पताल पहुंचे, तो वहां भी उन्हें करंट लगने की बात नहीं बताई गई। बुधवार को जब घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया और स्थानीय समाजजनों ने दबाव बनाया, तब जाकर वास्तविकता का पता चला। इसके बाद परिजनों और समाज के लोगों ने फैक्ट्री के बाहर धरना शुरू कर दिया।
फैक्ट्री के सामने धरना, महिलाओं की भी मौजूदगी
नूरड़ा सरपंच मनोहरलाल गुर्जर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग मोदी केमिकल फैक्ट्री के बाहर जुटे और टेंट लगाकर धरने पर बैठ गए। वे फैक्ट्री मालिक को मौके पर बुलाकर उचित मुआवजा देने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। धरने में महिलाओं की भी भागीदारी रही। स्थिति को देखते हुए डबोक, फतहनगर और घासा थाना पुलिस का भारी जाब्ता तैनात किया गया।
प्रशासन की समझाइश, लेकिन परिजन अडिग
घटना स्थल पर एसडीएम रमेश सिरवी, पुलिस अधिकारी और जनप्रतिनिधि पहुंचे। मावली विधायक पुष्करलाल डांगी, मावली प्रधान नरेंद्र जैन, भाजपा नेता कुलदीप सिंह चुंडावत भी धरना स्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात की। परिजन तब तक धरने से हटने को तैयार नहीं हैं जब तक फैक्ट्री मालिक मुआवजा देने और बिजली विभाग की लापरवाही की जिम्मेदारी तय करने का आश्वासन नहीं देता।
बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल
डबोक थानाधिकारी हुकम सिंह ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन ने पहले ही बिजली विभाग को 11000 केवी लाइन को ऊंचा उठाने या हटाने के लिए शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह लापरवाही अब जानलेवा साबित हुई है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
रामलाल गाडरी अपने पूरे परिवार का एकमात्र सहारा था। उसके दो बच्चे हैं – 15 साल का बेटा और 9 साल की बेटी। अब इस हादसे के बाद पूरे परिवार की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। समाजजन इस हादसे को लेकर बेहद आक्रोशित हैं।

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