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आचार्य विजयराज की महामांगलिक सुनने उमड़ा जन सैलाब

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24 न्यूज अपडेट उदयपुर. 14 जुलाई। आयड़ तीर्थ स्थित आत्म वल्लभ आराधना भवन में रविवार को हुक्मगच्छाधिपति समरस शिरोमणी आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. की महामांगलिक श्रवण करने के लिए भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा।
श्री हुक्मगच्छीय साधुमार्गी स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान के अध्यक्ष इंदर सिंह मेहता ने बताया कि आचार्य श्री विजयराज जी म.सा. 11 दिवस की मौन पूर्ण कर चतुर्विध संघ के साथ आत्मवल्लभ आराधना भवन में पधारे, जहां आचार्य प्रवर ने 11 नवकार मंत्र के जाप के बाद उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को महामांगलिक फरमाई। महामांगलिक श्रवण करने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा, पूरा भवन खचाखच भर गया यहां तक कि कई श्रावक-श्राविकाओं ने भवन के बाहर खड़े होकर मांगलिक श्रवण की। पिन ड्रॉप साइलेंस के बीच आचार्य प्रवर ने तीन उवसग्गहरं का पाठ करने के बाद 11 नवकार के साथ 11 मांगलिक फरमाई। इससे पूर्व तपस्वी श्री विनोद मुनि जी म.सा. ने दो लोगस्स के साथ सामूहिक नवकार मंत्र का जाप कराया, तत्पश्चात् उपाध्याय प्रवर ने मौन की महत्ता को प्रतिपादित करते हुए फरमाया कि बुद्धिमान मनुष्य सही समय पर ही बोलता या चुप रहता है। आचार्य प्रवर की मांगलिक सर्वस्य संघस्य विवर्जितम् की साधना है। इस अवसर पर सुश्रावक विनोद कोठारी ने 12 एवं तपस्विनी रेणु वर्डिया ने 36 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण कर छत्तीस गुणधारी आचार्य के श्रीचरणों में अपनी समर्पणा व्यक्त की। महाश्रमणीरत्ना श्री सूर्यकान्ता जी म.सा., महासती श्री मयंकमणि जी म.सा. महासती श्री पुष्प्शीला जी म.सा., महासती श्री कुमुदश्री जी म.सा., महासती श्री चेलनाश्री जी म.सा. एवं महासती श्री चित्राश्री जी म.सा. ने भी विचाराभिव्यक्ति की। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि मांगलिक श्रवण का लाभ लेने सर्व समाज ने शिरकत की। मंत्री पुष्पेन्द्र बड़ाला ने बताया कि कार्यक्रम में उप महापौर पारस सिंघवी, महावीर युवा मंच के संरक्षक प्रमोद सामर, संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजू भूरट, महामंत्री सी.ए. विरेन्द्र जैन, युवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सपन कांकरिया, मंत्री निर्विकार रातड़िया सहित संघ के अनेकानेक पदाधिकारी उपस्थित हुए। महामांगलिक के कार्यक्रम में सम्पूर्ण मेवाड़, मारवाड़, मेरवाड़ा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कोलकाता आदि राज्यों से लगभग दो हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित हुए। मीडिया प्रभारी डॉ. हंसा हिंगड़ ने बताया कि इस अवसर पर तीन पुस्तकों कर्म ग्रंथ, भगवती सूत्र भाग-1 एवं भाग-2 का विमोचन किशोर वैरागी विरल हिंगड़, तपस्विनी रेणु वर्डिया, विनोद कोठारी, राजू भूरट, पारस सिंघवी, प्रमोद सामर एवं डॉ. मदन मोदी ने किया। वहीं 99 वर्षीय सुश्रावक भंवरलाल बम्बोरिया द्वारा 28 लाख नवकार मंत्र लिखने पर आचार्य प्रवर ने उन्हें ‘‘नवकार रत्न’’ के विरूद से नवाजा। कार्यक्रम का संचालन मंत्री पुष्पेंद्र बड़ाला ने किया। कार्यक्रम पश्चात् सकल संघ की गौतम प्रसादी का आयोजन किया गया। वहीं 15 जुलाई सोमवार को आचार्य श्री एवं उपाध्याय प्रवर आदि ठाणा आत्मोदय वर्षावास हेतु प्रातः 6 बजे ऋषभ भवन आयड़ से विहार कर केशवनगर स्थित नवकार भवन में प्रवेश करेंगे।

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