24 न्यूज अपडेट, मुंबई। ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की आशंका व अमेरिका में मंदी की आशंका होने से आज इस सप्ताह के पहले कारोबारी दिन बाजार खुलते ही सेंसेक्स में करीब 2,400 अंकों की गिरावट आ गई व सूचकांक 78,600 के करीब आ गया है।निफ्टी में भी करीब 700 अंक की गिरावट है, ये 24,000 के स्तर पर आ गया है। बाजार की गिरावट में निवेशकों के 17 लाख करोड़ रुपए डूब गए। यह साल की दूसरी बड़ी गिरावट है इससे पहले, 4 जून को सेंसेक्स 5.74 प्रतिशत गिरा था। निफ्टी रियल्टी, बैंक, मेटल और ऑटो इंडेक्स में 4 परसेंट से ज्यादा की गिरावट है। वहीं आईटी, मीडिया और ऑयल इंडेक्स भी करीब 3 परसेंट नीचे हैं। सेंसेक्स के टॉप लूजर्स में टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट, टाटा स्टील, इंफोसिस हैं जो पांच परसेंट नीचे चल रहे हैं। के कारण ग्लोबल मार्केट में निगेटिव सेंटिमेंट है। इसी का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है। इधर, वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने एपल में अपनी 50 परसेंट की हिस्सेदारी बेच दी है। अन्य बड़े निवेशक भी सेलिंग कर रहे हैं। भारतीय शेयर बाजार के मौजूदा वैल्यूएशन बढ़े हुए हैं। खासकर मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में। बाजार में इस कारण अच्छा-खासा करेक्शन दिख सकता है। बाजार में 2686 अंक (3.31 परसेंट) तक की गिरावट दिखी है। इस साल की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। एशियाई बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है। जापान का निक्केई इंडेक्स 12.40 परसेंट गिरा है तो कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी 8 परसेंट नीचे है। हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग इंडेक्स में 2.20 परसेंट की गिरावट है। शंघाई कंपोजिट में भी 1.27 परसेंट की गिरावट है। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार डाओ जोन्स 1.51 परसेंट गिरकर बंद हुआ था। इधर, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के आईपीओ का आज दूसरा दिन है। निवेशक इसमें 6 अगस्त तक बिडिंग कर सकते हैं। 9 अगस्त को कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होंगे।
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