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उप वन संरक्षक सहित वन विभाग के अधिकारियों पर करोड़ों के गबन का आरोप

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24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। गोगुंदा रेंज में वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर फर्जी बिल, वाउचर और नियमों के विपरीत कार्य कर करोड़ों के गबन का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस ने बताया कि हिम्मत सिंह पुत्र गुलाब सिंह निवासी गोवर्धन विलास में एफआईआर लिखवाई कि वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समितियों के माध्यम से वन विभाग द्वारा संचालित सरकारी योजनाओं में बड़े स्तर पर वित्तीय अनियमितताएं की गई। गोगुंदा रेंज के वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, सचिव, क्षेत्रीय वन अधिकारी रवि माधुर, उप वन संरक्षक उदयपुर उत्तर अजय चित्तौड़ा एवं सुपोंग शशि सहित कई कर्मचारियों पर इसमें सरकारी धन के दुरुपयोग का मामला है। वन विकास कार्यों के लिए गठित समितियों में नियमों की अनदेखी कर फर्जी बिल, वाउचर और मस्टरोल तैयार करवाना, बिना कार्य पूर्ण हुए हुए भुगतान करना, प्लांटेशन, केम्पा योजना, नाबार्ड योजना, पक्के व कच्चे निर्माण कार्य में सरकारी धन के दुरूपयोग व गबन का आरोप है। वनरक्षक अर्जुन सिंह, राजेंद्र सिंह, पुष्पेंद्र सिंह भाटी, विकास नेहरा, ललुराम मीणा, रमेश गोस्वामी, नरेंद्र गोस्वामी और अन्य के भी नाम हैं। इन पर फर्जी हस्ताक्षर, नकद निकासी और आधे अधूरे निर्माण कार्यों को पूर्ण दिखाकर सरकारी धन का हेरफेर का आरोप लगा है। कहा गया कि कई शिकायतों के बाद भी उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की इसके बाद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। यह भी आरोप लगे हैं कि लाखों के लेन देन वहां पर नकद राशि के गए है जो गीत है। सरकारी योजनाओं में सरकारी राशि के गबन के लिए समितियो का गठन किया गया है उसमे समिति अध्यक्ष में स्थानीय व्यक्ति को बनाया गया जो कि इन्ही कर्मचारियों का मिलनेवाला होता है। जब से समिति का गठन हुआ है तब से अध्यक्ष है जबकि नियमानुधार अध्यक्ष एवं अन्य कार्यकारिणी का चयन मात्र 2 वर्ष के लिए ही होता है उसके बाद पुर्नगठन किया जाना आवश्यक है।

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