24 न्यूज अपडेट, डूंगरपुर। जिले के सागवाड़ा में एक ज्वैलर्स की दुकान से 15 तोला सोने के आभूषण चोरी करने वाले अंतरराज्यीय ईरानी गैंग के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो साथी अभी फरार हैं। यह गैंग राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में स्मार्ट चोरी की वारदातें करने के लिए कुख्यात है।
कैसे हुई चोरी? सागवाड़ा थाना प्रभारी मदनलाल खटिक के अनुसार, स्थानीय ज्वैलर परेश गोवाडिया ने 25 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी सोने-चांदी की दुकान में एक व्यक्ति बाबा के वेश में आया था। कुछ देर बाद एक और युवक दुकान में दाखिल हुआ और उसने बाबा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद दोनों ने सोने के आभूषण देखने की इच्छा जताई। बातचीत के दौरान, उन्होंने दुकानदार को अपनी बातों में उलझा लिया और 15 तोले सोने के आभूषण लेकर फरार हो गए। जब ज्वैलर को चोरी का अहसास हुआ, तब तक आरोपी दुकान से निकल चुके थे। सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग शिकायत मिलने पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें दोनों संदिग्धों को बाइक पर जाते हुए देखा गया। पुलिस ने बाइक के नंबर के आधार पर जांच शुरू की। जांच के दौरान, पता चला कि इन आरोपियों के साथ एक कार सवार गिरोह भी जुड़ा हुआ था। पुलिस ने कार मालिक एमपी निवासी शुभम पुत्र तुलसीदास चौरसिया को डिटेन किया और पूछताछ की। उसने वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली और बताया कि उसके साथ कासिम हुसेन (ईरानी मोहल्ला, जिला बारां, राजस्थान) और हैदर अली (भोपाल, एमपी) भी शामिल थे। अंतरराज्यीय गिरोह के तार पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह ईरानी गैंग राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में इसी तरह की धोखाधड़ी कर चोरी करने में माहिर है। वे पहले दुकानदारों को अपनी बातों में उलझाते हैं और फिर मौका मिलते ही चोरी को अंजाम देते हैं। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी शुभम को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही गिरोह के बाकी सदस्यों को भी पकड़ लिया जाएगा।
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