24 News Update नई दिल्ली। देशभर में एयर कंडीशनर (AC) का तापमान 20 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रखने का नियम अभी लागू नहीं होगा। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित इंडिया क्लाइमेट समिट में साफ कर दिया कि फिलहाल सरकार ऐसी कोई अनिवार्यता नहीं लाने जा रही। उन्होंने कहा — “यह बदलाव धीरे-धीरे किया जाएगा और 2050 के बाद ही इसे लागू करने की संभावना है।”
पिछले बयान से मचा था संशय
दरअसल, 11 जून को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बयान दिया था कि सरकार जल्द ही एसी का तापमान 20 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रखने का नियम बनाएगी। उनका कहना था कि इससे बिजली की खपत घटेगी और पावर ग्रिड पर दबाव कम होगा। इसके बाद इस मुद्दे पर काफी चर्चा तेज हो गई थी।
अब क्या कहा पर्यावरण मंत्री ने?
भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा — “सरकार इस दिशा में काम जरूर कर रही है, लेकिन वर्तमान में ऐसी कोई बाध्यता लागू करने की योजना नहीं है। फिलहाल ये जागरूकता अभियान और कंपनियों के साथ बातचीत का दौर है। 2050 तक तापमान मानक तय करना संभव हो सकेगा।”
क्यों बढ़ा था विचार?
देश में भीषण गर्मी और लगातार बढ़ती बिजली मांग के बीच एसी की सेटिंग को नियंत्रित करने का प्रस्ताव रखा गया था। जून में देश की बिजली मांग रिकॉर्ड 241 गीगावॉट तक पहुंच गई थी। माना जा रहा था कि तापमान सीमा तय करने से ऊर्जा खपत और कार्बन उत्सर्जन कम किया जा सकेगा।
दुनिया में कहां-कहां लागू है नियम?
इटली, जापान और स्पेन जैसे देशों में पब्लिक बिल्डिंग्स और ऑफिस में एसी का तापमान कम से कम 23°C और अधिकतम 27°C तय करने के नियम हैं। भारत में फिलहाल ऐसा कोई कानून नहीं है। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) सिर्फ सलाह देता है कि एसी को 24°C या उससे ऊपर चलाया जाए, ताकि बिजली बचाई जा सके।
लोगों की क्या है राय?
कुछ विशेषज्ञ और पर्यावरण प्रेमी इसे ऊर्जा बचत के लिहाज से बेहतर कदम मान रहे हैं, वहीं कई उपभोक्ताओं का कहना है कि देश के उत्तर और मध्य भारत जैसे गर्म इलाकों में यह व्यावहारिक नहीं होगा।
अभी करो इंतजार: AC तापमान तय करने का नियम अभी नहीं, 2050 के बाद हो सकता है लागू : केंद्र सरकार

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