Site icon 24 News Update

उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को: 21 अगस्त तक भरे जाएंगे नामांकन

Advertisements

24 News Update नई दिल्ली | देश को नया उपराष्ट्रपति चुनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को कराया जाएगा, जबकि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त तय की गई है।
यह चुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए यह फैसला लिया, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 जुलाई को मंजूर कर लिया। धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था।
उपराष्ट्रपति कैसे चुना जाता है? जानिए 6 चरणों की प्रक्रिया
निर्वाचक मंडल का गठन – इसमें लोकसभा व राज्यसभा के सभी निर्वाचित और नामित सांसद शामिल होते हैं।
चुनाव अधिसूचना जारी – निर्वाचन आयोग नामांकन, मतदान और परिणाम की तारीखें अधिसूचित करता है।
नामांकन प्रक्रिया – प्रत्याशी को कम से कम 20 सांसदों द्वारा प्रस्तावित और 20 सांसदों द्वारा समर्थित किया जाना जरूरी होता है।
सांसदों के बीच प्रचार – केवल सांसद ही मतदाता होते हैं, इसलिए प्रचार सीमित दायरे में होता है।
मतदान प्रक्रिया – सांसद मतपत्र पर प्रत्याशियों की प्राथमिकता क्रम (1,2,3…) में अंकन करते हैं।
गणना व परिणाम – 50% से अधिक वैध मतों से विजेता चुना जाता है और रिटर्निंग ऑफिसर परिणाम घोषित करता है।
संसद में कौन भारी?
लोकसभा (542 सदस्य):
NDA – 293
INDIA गठबंधन – 234
राज्यसभा (240 प्रभावी सदस्य):
NDA – लगभग 130
INDIA – 79
कुल मिलाकर NDA के पास लगभग 423 सांसदों का समर्थन है, जबकि INDIA गठबंधन के पास 313 सांसद हैं। कुछ सांसद स्वतंत्र या छोटे दलों से हैं।

भाजपा और विपक्ष में रणनीतिक तैयारी
धनखड़ के इस्तीफे के बाद भाजपा थावरचंद गहलोत (राज्यपाल, कर्नाटक) और ओम माथुर (राज्यपाल, सिक्किम) के नाम पर विचार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा चाहती है कि उम्मीदवार उनके ही पाले से हो और सहयोगी दल उसे समर्थन दें। वहीं, I.N.D.I.A गठबंधन एक साझा उम्मीदवार मैदान में उतारने की योजना बना रहा है। भले ही संख्या बल में पिछड़ रहा हो, लेकिन विपक्ष मानता है कि चुनाव से पीछे हटना उचित नहीं होगा, और यह एक राजनीतिक संदेश देने का अवसर है।

आयोग की तैयारी अंतिम चरण में
निर्वाचन आयोग ने निर्वाचक मंडल, रिटर्निंग ऑफिसर और अन्य व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। आयोग की नजर नामांकन से लेकर मतदान और परिणाम तक की पूरी पारदर्शी प्रक्रिया पर है।

Exit mobile version