बांसवाड़ा। जिले में सोमवार को अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुए दो विस्फोट हादसों ने सुरक्षा व्यवस्था और लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए। एक ओर नदी में अवैध तरीके से मछली पकड़ने के लिए देशी विस्फोटक का इस्तेमाल, तो दूसरी ओर निर्माण कार्य के दौरान ब्लास्टिंग में चूक—इन दोनों घटनाओं में दो लोगों को अपने हाथ गंवाने पड़े।
पहला हादसा सदर थाना क्षेत्र के बोदला गांव में सोमवार दोपहर करीब तीन बजे हुआ। यहां 40 वर्षीय रूपजी पुत्र खोमा नदी में मछली पकड़ने गया था। मछली मारने के लिए उसने देशी विस्फोटक टोटा जैसे ही हाथ में लिया, वह अचानक तेज धमाके के साथ फट गया। विस्फोट इतना भीषण था कि रूपजी के एक हाथ का पंजा पूरी तरह उड़ गया, जबकि दूसरे हाथ की दो अंगुलियां कटकर अलग हो गईं। धमाके की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों को सूचना दी। गंभीर हालत में घायल को एम्बुलेंस से महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने उसे उदयपुर रेफर कर दिया।
दूसरी घटना आनंदपुरी थाना क्षेत्र की है, जहां अनास नदी पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य के दौरान बड़ा हादसा हो गया। परवाली निवासी एक मजदूर पत्थरों में ब्लास्टिंग के काम में जुटा था। इसी दौरान अचानक विस्फोट हो गया और मजदूर उसकी चपेट में आ गया। हादसे में उसके एक हाथ का पंजा उड़ गया। साथी मजदूरों ने उसे तत्काल एमजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे सर्जिकल वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया है।
दोनों घटनाओं ने एक बार फिर विस्फोटकों के अवैध उपयोग और निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी को उजागर कर दिया है। पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी है, वहीं प्रशासन की ओर से भी हादसों के कारणों और जिम्मेदारों की पड़ताल की जा रही है।

