कविता पारख
24 News Update निंबाहेड़ा. अखिल भारतीय साहित्य परिषद चित्तौड़ प्रांत का दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग कोटा में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण वर्ग में दो दिन तक सात सत्रों में परिषद के केंद्रीय पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। परिषद के केंद्रीय पदाधिकारियों में राष्ट्रीय महामंत्री ऋषि कुमार मिश्र, राष्ट्रीय मंत्री साधना बलवटे एवं प्रोफेसर नीलम राठी ने विभिन्न सत्रों में कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण किया। रात्रि में काव्य गोष्ठी का सत्र भी रखा गया जिसमें 42 से अधिक कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी। साथ ही चार पुस्तकों का विमोचन भी किया गया जिसमें निंबाहेड़ा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष श्यामा सोलंकी की पुस्तक मेरे गीत मेरी ग़ज़ल का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया। चित्तौड़ विभाग के 11 कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण में भाग लिया जिनमें चित्तौड़ से प्रांतीय कोषाध्यक्ष पंकज कुमार झा, जिला संयोजक बृजेश कुमार राठौर, इकाई महामन्त्री राधा किशन साहू, एवं सदस्य अनिल चौबीसा, निंबाहेड़ा से प्रांतीय उपाध्यक्ष श्रीपाल सिंह सिसोदिया, निंबाहेड़ा जिलाध्यक्ष डॉ बाल मुकुंद भट्ट, कोषाध्यक्ष घनश्याम तोसावडा, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष श्यामा सोलंकी, उपाध्यक्ष तृप्ति कुमावत, हंसा सोनी एवं प्रतापगढ़ जिला संयोजक सुरेश सूरज ने भाग लिया। प्रांत के 118 कार्यकर्ताओं का सात सत्रों में दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रथम सत्र हमारा अधिष्ठान, द्वितीय कार्यकर्ता निर्माण, तीसरा परिषद के कार्यक्रम, चौथा कार्य विस्तार योजना, पांचवा हमारी साहित्य परंपरा, छठवां स्व मूल्यांकन एवं सातवां सत्र तात्विक मूल्यांकन एवं पाथेय के रूप में संपन्न हुआ। प्रांत अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने अतिथियों का स्वागत एवं कार्यक्रम परिचय प्रदान किया ।
राष्ट्रीय महामंत्री ऋषि कुमार मिश्र ने अपने उद्बोधन में कहा कि लोकमंगल साहित्य का सृजन ही हमारा लक्ष्य है। और जब हम लोग मंगल की बात करते हैं तो केवल मानव की चिंता नहीं करते हैं बल्कि पशु, पक्षी, पेड़, पौधे, पहाड़,नदी इन सब की चिंता हमारे साहित्य में होती है। प्रोफेसर नेहा राठी ने अपने उत्पादन में कहा कि साहित्यकार दिनकर की भांति, सूर्य देव की भांति समाज को प्रकाशमान करता है। परिषद की इकाइयों का देश भर में विस्तार हो रहा है। हमें केवल मात्रात्मक बिस्तर नहीं करना है बल्कि हमें गुणात्मक विस्तार भी करना है। और इस प्रकार के प्रशिक्षण वर्ग से हम कार्यकर्ताओं के गुणात्मक विकास का काम करते हैं। राष्ट्रीय मंत्री डॉ साधना बलवटे ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें अपनी अगली पीढ़ी को पुस्तक पढ़ने हेतु प्रेरित करना चाहिए। हमारे संगठन में कार्यकर्ता सर्वोपरि है और कार्यकर्ता को जोड़ने के लिए आत्मीयता का भाव होना चाहिए। कार्यकर्ता के साथ सतत संपर्क रखना होगा।
प्रांत महामंत्री जग जितेंद्र सिंह, प्रांत कोषाध्यक्ष पंकज कुमार झा, प्रांत उपाध्यक्ष राजेंद्र गौड, प्रांत साहित्य सचिव रेखा लोढ़ा स्मिथ, प्रांत मीडिया प्रभारी डॉ कुंजन आचार्य, उदयपुर इकाई अध्यक्ष किरण बाला किरण ने विभिन्न सत्रों का संचालन किया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष डॉ अन्नाराम शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री डॉ विपिन चंद्र पाठक, उपाध्यक्ष प्रद्युम्न वर्मा, संयुक्त मंत्री उमेश कुमार चौरसिया, प्रांत संरक्षक रामू भैया, कोटा विभाग संयोजक योगीराज योगी, अजमेर विभाग संयोजक कुलदीप सिंह रत्नु, उदयपुर विभाग संयोजक डॉ आशीष सिशोदिया, बांसवाड़ा विभाग संयोजिका डॉ सरला पांड्या भीलवाड़ा विभाग संयोजक लोकेश शर्मा सहित कई पदाधिकारी रहे मौजूद। धन्यवाद कार्यक्रम संयोजक कोटा इकाई के अध्यक्ष महेश विजय ने ज्ञापित किया।

