ट्रेलर से भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण, नकदी औजार के साथ कर रहे थे चोरी की तैयारी, पुलिस ने पकड़े शातिर
24 न्यूज अपडेट, उदयपुर | 26 अप्रैल 2025
उदयपुर पुलिस ने एक अंतरराज्यीय चोर गिरोह का भंडाफाश करते हुए तीन शातिर चोरों को चोरी की योजना बनाते हुए धर दबोचा। खेरोदा थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान संदिग्ध ट्रेलर से भारी मात्रा में सोने-चांदी के आभूषण, नकदी और चोरी में इस्तेमाल होने वाले औजार बरामद किए। गिरफ्तार आरोपियों ने गुजरात के बनासकांठा जिले में चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूली। जिला प्रशासन ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
नाकाबंदी में पकड़ा गया गिरोह
जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देश पर संपत्ति संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत खेरोदा थानाधिकारी सुरेश विश्नोई के नेतृत्व में 25 अप्रैल 2025 को एनएच-48 पर नवानिया पुलिया के पास नाकाबंदी की जा रही थी। इस दौरान पुलिस को सड़क किनारे खड़ा एक ट्रेलर संदिग्ध लगा। जैसे ही पुलिस ने ट्रेलर की ओर कदम बढ़ाया, तीन व्यक्ति भागने लगे। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में संतोषजनक जवाब न मिलने पर ट्रेलर की तलाशी ली गई, जिसमें चालक की सीट के पीछे एक बैग से 94 ग्राम सोने के आभूषण, 1.5 किलोग्राम चांदी के आभूषण, 4 लाख 26 हजार 900 रुपये नकद और तीन लोहे के सरिए बरामद हुए। ट्रेलर को भी जब्त कर लिया गया।
चोरों का कबूलनामा
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे रात 2-3 बजे के बीच लोहे के सरियों से मकानों के ताले तोड़कर चोरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बरामद आभूषण और नकदी गुजरात के बनासकांठा जिले से चुराए गए हैं। पुलिस ने धारा 313 बी.एन.एस. 2023 के तहत तीनों को गिरफ्तार कर लिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
- जयपाल: पिता घनश्याम, निवासी चितावड़ा, थाना बिजौलिया, जिला भीलवाड़ा। मारपीट के 2 प्रकरण दर्ज।
- सज्जन: पिता राधेश्याम, निवासी दुधी तलाई, थाना विजयपुर, जिला चित्तौड़गढ़। चोरी और नकबजनी के 6 प्रकरण दर्ज।
- सिकंदर: पिता मांगीलाल, निवासी हांडी पिपलिया, थाना मनासा, जिला नीमच, मध्य प्रदेश। चोरी, नकबजनी और मारपीट के 7 प्रकरण दर्ज।
आपराधिक इतिहास
पुलिस के अनुसार, सिकंदर और सज्जन कुख्यात चोर हैं, जिनके खिलाफ राजस्थान और मध्य प्रदेश के विभिन्न थानों में चोरी और नकबजनी के कई मामले दर्ज हैं। जयपाल भी मारपीट के मामलों में शामिल रहा है। गिरोह रात के समय सुनसान इलाकों में मकानों को निशाना बनाता था और ट्रेलर का उपयोग कर चोरी का माल ले जाता था।
पुलिस की कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजना सुखवाल और वृताधिकारी राजेंद्र सिंह जैन के सुपरविजन में गठित टीम में थानाधिकारी सुरेश विश्नोई के साथ हेड कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल बाबूलाल, रामदेव, प्रदीप सिंह, कुलदीप, रामनिवास, मनोज कुमार, दिनेश कुमार, कमलेश और लीलाराम शामिल थे। पुलिस अब गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों और चोरी की अन्य वारदातों की जांच कर रही है।
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