24 News Update उदयपुर, उदयपुर जिले के मावली क्षेत्र के बोयणा गांव में एक मासूम बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि गांव की छह वर्षीय चंचल गमेती को बुखार की शिकायत पर परिजन पास के एक निजी होम्योपैथिक क्लिनिक पर ले गए थे, जहां इलाज के दौरान इंजेक्शन लगाए जाने के करीब आधे घंटे के भीतर उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। घटना आसोलियों की मादड़ी चौराहे स्थित नागदा क्लिनिक की है। परिजनों के अनुसार डॉक्टर राजेन्द्र नागदा ने बच्ची को दवा देने के साथ इंजेक्शन लगाया और वापस भेज दिया। लेकिन घर लौटते वक्त रास्ते में ही बच्ची अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी। घबराए परिजन उसे फिर से उसी क्लिनिक पर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बच्ची की सांसें थम जाने की बात कहकर इलाज से इनकार कर दिया।
बच्ची की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण जुट गए और क्लिनिक पर जमकर हंगामा किया। आक्रोशित लोगों ने क्लिनिक में तोड़फोड़ कर दी और डॉक्टर को घेर लिया। धक्का-मुक्की के साथ लोगों ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। इसके बाद परिजन बच्ची का शव लेकर क्लिनिक के बाहर धरने पर बैठ गए और आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई तथा मुआवजे की मांग करने लगे। स्थिति बिगड़ते देख मावली एसडीएम रमेश सिरवी, तहसीलदार कैलाश विश्नोई और थानाधिकारी अशोक कुमार विश्नोई मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। करीब दो घंटे की बातचीत और पंचायत प्रतिनिधियों की मध्यस्थता के बाद 13.21 लाख रुपये मुआवजे और आरोपी डॉक्टर पर वैधानिक कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन शांत हुए।
नांदवेल सरपंच पिंटू डांगी ने बताया कि सहमति बनने के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के बाद चिकित्सा विभाग के प्रभारी हितेश प्रतापसिंह, भाजपा नेता कुलपति सिंह चुंडावत और धूणी माता सरपंच नरेश मेघवाल भी मौके पर पहुंचे। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और बच्ची की मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि के लिए मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
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