24 News Update निम्बाहेडा कविता पारख. अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान इकाई चित्तौड़गढ़ की बैठक दिनांक 9 अक्टूबर 2025 गुरुवार को सायं 7:30 बजे मिठाई बाजार स्थित ज्योति शिक्षण संस्थान में आयोजित की गई। परिषद के प्रांत कोषाध्यक्ष पंकज सरकार ने बताया कि इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष डॉक्टर बालमुकुंद भट्ट सागर ने की। मुख्य वक्ता परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार उपाध्याय रहे वहीं मुख्य अतिथि इतिहास संकलन समिति के प्रांतीय संयोजक डॉक्टर लक्ष्मी नारायण जोशी रहे। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ शिव मृदुल रहे। अतिथियों द्वारा मां शारदा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का औपचारिक प्रारंभ किया गया। परिषद गीत शिखा झा ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का परिचय कांति चंद्र शर्मा ने किया।
मुख्य वक्ता डॉ रविंद्र कुमार उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिंदू समाज को तोड़ने के लिए हमारे विरोधी जातियों में संघर्ष करवाना चाहते हैं। इसी कारण छोटी जाति, बड़ी जाति, ऊंची जाति, नीची जाति जैसे समाज को तोड़ने वाले विचार भोले समाज के मन में बोए जाते हैं। वैदिक परंपरा में वर्ण व्यवस्था समाज को ठीक से चलाने के लिए कर्म आधारित निर्धारित की गई थी। और प्रत्येक व्यक्ति को अपने वर्ण को चुनने की स्वतंत्रता थी। कालांतर में यह जन्म आधारित हो गई और वहीं से सारी समस्याएं ऊँच- नीच की प्रारंभ कर दी गई। महर्षि वाल्मीकि इसका श्रेष्ठ उदाहरण है कि कैसे अपने कर्मों से व्यक्ति अधम और श्रेष्ठ पद को प्राप्त कर सकता है।
मुख्य अतिथि डॉ लक्ष्मी नारायण जोशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सातवीं शताब्दी से पूर्व छुआछूत नहीं था ऐसा डॉक्टर अंबेडकर कहते हैं। हिंदू समाज में जन्म सूतक एवं मरण सूतक ही प्रभावी था अन्य कोई छुआछूत सातवीं शताब्दी से पूर्व नहीं था। सभी जातियों का हिंदू समाज को संगठित करने में अपना विशेष योगदान रहा है। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर शिव मृदुल ने वाल्मीकि जी के जीवन से जुड़े कई प्रसंग सुनाए। अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष डॉक्टर बालमुकुंद भट्ट सागर ने अपनी ओजस्वी कविताओं से समां बांध दिया। नवोदित कवि जीवन कुमार ने अपनी कविताएं प्रस्तुत की।
प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार उपाध्याय ने 2025 से 28 तक के लिए चित्तौड़गढ़ इकाई की नवीन कार्यकारिणी घोषित की जिसमें संरक्षक पद पर डॉ सुशीला लड्ढा, नंदकिशोर निर्झर, डॉक्टर शिव मृदुल, डॉ रमेश मयंक एवं मनोज कुमार मंडेला को मनोनीत किया। अध्यक्ष पद हेतु बृजेश कुमार राठौर, महामंत्री लीलाधर अनिल चौबीसा, कोषाध्यक्ष कृष्णा सिन्हा, उपाध्यक्ष राधा किशन साहू, कांति चंद्र शर्मा, उषा सोमाणी, संयुक्त मंत्री पर सुनील बाटू, डॉक्टर इंदिरा बल्दवा, अंकिता पंचोली, साहित्य मंत्री पर सीमा पारीक और सदस्य के रूप में हरिओम दिक्षित, विनीता मेढतवाल एवं सुनीता शर्मा को मनोनीत किया। नव मनोनीत कार्यकारिणी का ऊपरना ओढ़ाकर स्वागत अभिनंदन किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन इकाई अध्यक्ष बृजेश कुमार राठौर ने किया। कल्याण मंत्र महामंत्री लीलाधर अनिल चौबीसा ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रांत कोषाध्यक्ष पंकज सरकार ने किया।
इस अवसर पर वीणा झा, ललित झा, लाल सिंह गौतम, मनोज कुमार मंडेला, कैलाश शर्मा, रेनू चौबीसा, पार्थ गौतम, आजाद सिंह सिसोदिया, योगेश सुखवाल, दीपक कुमार पारीक, सत्यनारायण जोशी, शशि कुमार जोशी, एडवोकेट यशवंत पुरी गोस्वामी, अजय त्रिपाठी, रामचंद्र शर्मा, सत्यनारायण शर्मा, मुकेश देवड़ा, चिन्मय झा एवं श्वेता झा, खुशी शर्मा, हरीश शर्मा सहित कई श्रोता कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में खीर का प्रसाद वितरित किया गया।

