उदयपुर, 17 अगस्त। राजस्थान में स्मार्ट मीटर का ठेका गोवा में ब्लैकलिस्टेड जीनस कंपनी को दिए जाने को लेकर सरकार पर तीखे सवाल उठने लगे हैं। प्रख्यात लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. कुसुम मेघवाल ने रविवार को शिराली भवन में आयोजित बैठक में इसे “सरकार की बेशर्मी की पराकाष्ठा” करार दिया।
उन्होंने कहा कि “यह देश अंबानी-अडानी की जागीर नहीं है। उदयपुर के लोग संगठित होकर स्मार्ट मीटर का विरोध करेंगे और सरकार को अपना फैसला वापस लेने पर मजबूर करेंगे।”
“विकास के नाम पर जनता की लूट”
बैठक में माकपा जिला सचिव एवं पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने आरोप लगाया कि सरकार का यह विकास मॉडल जनता के लिए विनाश और महज़ एक प्रतिशत कॉर्पोरेट के लिए विकास है। उन्होंने कहा—
“सरकार जनता की जेब से 100 रुपये लूटती है, उसमें से 10 रुपये खर्च कर 90 रुपये अपने कॉर्पोरेट मित्रों, दलालों और अफसरों में बांट देती है। जनता अब यह सब समझ चुकी है। स्मार्ट मीटर के खिलाफ आक्रोश गहराता जा रहा है और जो राजनीतिक दल इस संघर्ष से दूर रहेंगे, जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।”
“मध्यम वर्ग भी जुड़े संघर्ष से”
सेवानिवृत्त अभियंता पीयूष जोशी ने कहा कि यदि मध्यम वर्ग स्मार्ट मीटर और निजीकरण के खिलाफ आंदोलनों से दूर रहा तो आने वाले समय में उन्हें “अंधेरे में रहने के लिए तैयार रहना होगा।” उन्होंने मध्यम वर्ग से भी आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की अपील की।
“जनता को भेड़-बकरी न समझे सरकार”
माकपा जिला सचिव मंडल सदस्य गुमान सिंह राव ने कहा कि सरकार सत्ता के अहंकार में जनता का खून चूस रही है। इसे रोकने के लिए व्यापक एकता और संघर्ष ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा—
“हम देश के नागरिक हैं, सरकार हमें भेड़-बकरी न समझे।”
“उदयपुर में बनेगी संघर्ष समितियाँ”
माकपा शहर सचिव हीरालाल सालवी ने बताया कि राजस्थान के कई इलाकों में स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध हो रहा है। उदयपुर में भी इस आंदोलन को मजबूत करने के लिए जगह-जगह बिजली उपभोक्ता संघर्ष समितियाँ बनाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पर्चे बाँटकर और हस्ताक्षर अभियान चलाकर जनता को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही घोषणा की कि 28 अगस्त 2025 को सुबह 11 बजे पटेल सर्कल स्थित अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (AVVNL) कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में कई संगठनों की भागीदारी
बैठक में ठेला व्यवसाय मजदूर यूनियन अध्यक्ष मोहम्मद निजाम, माकपा माछला मंगरा शाखा सचिव अमजद शेख, देवाली शाखा सचिव जगदीश सालवी, जनवादी महिला समिति जिला सचिव रानी माली, आरएमएसआरयू के बृजेश चौधरी, निर्माण मजदूर एकता यूनियन सचिव जावेद खान, उपाध्यक्ष गोपाल जायसवाल, तथा कच्ची बस्ती फेडरेशन के रघुनाथ सिंह सहित कई संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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