24 News Update जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पटवारी सीधी भर्ती परीक्षा 2025 में ऐसा फैसला लिया है जिसने पारदर्शिता और परीक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बोर्ड ने पहली और दूसरी पारी के लिए अलग-अलग नियम लागू किए हैं। पहली पारी के अभ्यर्थियों को परीक्षा समाप्त होने के बाद प्रश्न पत्र साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इनका पेपर 24 घंटे बाद बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। वहीं, दूसरी पारी के अभ्यर्थियों को परीक्षा के तुरंत बाद प्रश्न पत्र साथ ले जाने की छूट होगी। परीक्षा विशेषज्ञों और अभ्यर्थियों का कहना है कि यह निर्णय न केवल असंगत है, बल्कि पारदर्शिता के सिद्धांत के खिलाफ भी है। पहले हर पारी में अभ्यर्थियों को पेपर दिया जाता था और पेपर खत्म होते ही यूट्यूब व अन्य प्लेटफॉर्म पर उसका विश्लेषण भी शुरू हो जाता था। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या बोर्ड आगे चलकर इन विश्लेषणों पर भी रोक लगाएगा।
जानकारों का मानना है कि यदि बोर्ड को पहले और दूसरे पेपर में सवाल दोहराने का डर है, तो समस्या परीक्षा पैटर्न और पेपर सेटिंग में है। दोनों पारियों के लिए अलग और समान कठिनाई स्तर के प्रश्नपत्र बनाना चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन असंभव नहीं—पहले भी यही तरीका अपनाया गया है और उम्मीदवार सफल होकर नौकरी पा चुके हैं।
परीक्षा कार्यक्रम और पैमाना
पटवारी भर्ती परीक्षा 17 अगस्त को दो पारियों में आयोजित होगी। पहली पारी सुबह 9 बजे से 12 बजे तक और दूसरी पारी दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक होगी। इस बार 3,705 पदों के लिए लगभग 6.42 लाख अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं। आयोग के इस नए नियम ने न केवल परीक्षार्थियों को उलझन में डाल दिया है, बल्कि चयन बोर्ड की साख पर भी सवालिया निशान लगा दिए हैं।
चयन बोर्ड का ‘पेपर रोको’ फार्मूला, अभ्यर्थियों में रोष, पहली पारी में पेपर साथ ले जाने पर रोक, दूसरी पारी में अनुमति; विशेषज्ञ बोले— समस्या पेपर सेटिंग में, नियम में नहीं

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