24 News Update जयपुर। एसआई भर्ती-2021 पेपर लीक मामले पर राजस्थान हाईकोर्ट की तीखी टिप्पणी के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की सदस्य डॉ. मंजू शर्मा ने सोमवार को अपना इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे को भेजे इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि उन्होंने हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ काम किया है, लेकिन भर्ती विवाद के चलते उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा और आयोग की गरिमा को ठेस पहुंची है।
डॉ. शर्मा ने लिखा- “मेरे विरुद्ध किसी भी थाने या जांच एजेंसी में कोई जांच लंबित नहीं है, न ही मुझे किसी मामले में आरोपी माना गया है। इसके बावजूद सार्वजनिक जीवन की पवित्रता बनाए रखने और आयोग की निष्पक्षता व पारदर्शिता को सर्वोच्च मानते हुए मैं स्वेच्छा से इस्तीफा दे रही हूं।”
2020 में बनीं RPSC सदस्य, 2026 तक था कार्यकाल
डॉ. मंजू शर्मा को 15 अक्टूबर 2020 को कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में RPSC का सदस्य नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल अक्टूबर 2026 तक तय था। इससे पहले वह भरतपुर राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुकी हैं।
हाईकोर्ट ने RPSC के कई सदस्यों की भूमिका पर सवाल उठाए थे
राजस्थान हाईकोर्ट ने 28 अगस्त को एसआई भर्ती 2021 को रद्द करते हुए अपने 202 पेज के आदेश में RPSC के तत्कालीन अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय, कार्यवाहक अध्यक्ष जसवंत राठी और सदस्य संगीता आर्य, मंजू शर्मा, बाबूलाल कटारा सहित कई अधिकारियों की गंभीर भूमिका पर सवाल उठाए थे।
कोर्ट के अनुसार, पूर्व सदस्य रामूराम राईका ने अपनी बेटी शोभा राईका और बेटे देवेश राईका को पास कराने के लिए इन सभी से मुलाकात की और इंटरव्यू पैनल में उनकी मदद मांगी। कोर्ट ने आदेश में लिखा कि शोभा राईका इंटरव्यू में वही कपड़े पहनकर गई, जो फोटो के जरिए पहले ही पैनल को दिखाए गए थे।
SI भर्ती-2021 पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
859 पदों के लिए हुई इस भर्ती को पेपर लीक कांड के चलते हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया। आदेश में कहा गया कि भर्ती की गोपनीयता पूरी तरह से भंग हो गई थी, क्योंकि पेपर प्रिंटिंग प्रेस में पहुंचने से पहले ही लीक हो गया था। कोर्ट ने निर्देश दिया कि 2025 में होने वाली नई भर्ती में इन पदों को भी जोड़ा जाए और सभी अभ्यर्थियों को फिर से मौका दिया जाए।

