24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। उदयपुर कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में राजस्व प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिलेभर के एसडीएम, तहसीिलदार और अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़ उपस्थित रहे। बैठक में राजस्व न्यायालयों से जुड़े लंबित प्रकरणों की बिंदुवार समीक्षा की गई और अधिकारियों को समय पर, गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण के स्पष्ट निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने ई-फाइलिंग प्रणाली की भी समीक्षा करते हुए सभी कार्य डिजिटल माध्यम से करने और फाइलों के समयबद्ध निपटान के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि “राजस्व प्रकरणों को पूरी गंभीरता से लें, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की रविवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के निर्देशों से सभी अधिकारियों को अवगत कराया। संभावित अतिवृष्टि को देखते हुए उन्होंने सभी एसडीएम को क्षेत्र के जर्जर भवनों की पहचान कर उचित कार्यवाही करने, जलभराव वाले क्षेत्रों की पहचान, राहत कार्यों की तैयारी और आवश्यकतानुसार नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की कार्ययोजना तैयार रखने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र के तालाबों की स्थिति पर सतत निगरानी रखें और आवश्यकतानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें। बैठक में जिले के सभी राजस्व अधिकारियों की उपस्थिति में प्रशासनिक सतर्कता और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर गहन चर्चा की गई।
कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में राजस्व प्रकरणों की समीक्षा बैठक, समयबद्ध निस्तारण और आपदा प्रबंधन की तैयारियों के निर्देश

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