24 News update बड़वानी। राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी के सोशल मीडिया हैंडलर महेंद्र भाटी बुधवार सुबह से लापता हैं। उनकी बाइक और चप्पलें नर्मदा नदी पर बने कसरावद पुल पर मिलीं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने नदी में छलांग लगा दी। घटना के बाद से पूरा क्षेत्र स्तब्ध है, वहीं दिनभर चले सर्च अभियान के बावजूद महेंद्र का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
शादी से पहले हादसा, परिजन सदमे में
परिजनों के अनुसार, महेंद्र की शादी 1 मई को तय थी। शादी की तैयारियां अंतिम चरण में थीं और विवाह पत्रिका भी बांटी जा चुकी थी। पिता गोपाल भाटी ने बताया कि यह रिश्ता महेंद्र की पसंद से तय हुआ था और परिवार पूरी तैयारी में लगा हुआ था।
आखिरी फेसबुक पोस्ट: “मौत का जिम्मेदार मैं खुद”
महेंद्र ने बुधवार सुबह करीब 10 बजे फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की जिसमें उन्होंने लिखा, “मेरी मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूं।” इस पोस्ट के बाद उनके मित्र और परिजन तुरंत कसरावद पुल की ओर दौड़े, जहां उनकी बाइक और चप्पलें मिलीं। इससे नदी में कूदने की आशंका को बल मिला।
दिनभर चला सर्च ऑपरेशन, परिजन बोले- छोड़कर चले गए गोताखोर
महेंद्र के ममेरे भाई मोहित चौहान ने बताया कि सुबह 11 बजे से लगातार सर्चिंग जारी है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला। परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गोताखोर और नाविक बीच में ही सर्च बंद कर चले गए।
पुल पर चक्काजाम, पुलिस समझाइश में जुटी
घटना के बाद परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने कसरावद पुल पर चक्काजाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
महेंद्र का राजनीतिक जुड़ाव
महेंद्र भाटी लंबे समय तक ABVP से जुड़े रहे हैं। वे सांसद सुमेर सिंह सोलंकी के न सिर्फ मीडिया हैंडलर थे बल्कि व्यक्तिगत मित्र भी माने जाते थे। सुमेर सिंह के 2019 में राज्यसभा सांसद बनने के बाद से महेंद्र उनके साथ लगातार काम कर रहे थे।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि और परिवार
महेंद्र ग्राम कल्याणपुरा के निवासी हैं। उन्होंने शहीद भीमा नायक शासकीय महाविद्यालय बड़वानी से एमए किया है। उनके परिवार में पिता गोपाल भाटी (किसान), बड़ा भाई कमल भाटी और एक बहन हैं।

