- 11 जून की रात लाठी डंडों से मारपीट कर विधवा महिला को घायल और युवक की कर दी थी हत्या
- घायल महिला और आरोपी है एक ही परिवार के, युवक का घर आना नागवार गुजरता था
24 News Update जयपुर। एक सनसनीखेज हत्याकांड ने चूरू जिले के लसेड़ी गांव में तनाव फैला दिया था, लेकिन जिला पुलिस ने अपनी पेशेवर क्षमता का परिचय देते हुए घटना के महज 48 घंटों के भीतर दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने इस त्वरित कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि शुरुआती जांच में हत्या के पीछे एक गहरी पारिवारिक रंजिश का संकेत मिला है। यह दिल दहला देने वाली घटना 11 जून की रात को सामने आई, जब राजगढ़ पुलिस थाने को नियंत्रण कक्ष से लसेड़ी गांव में झगड़े की सूचना मिली।
मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि मारपीट में गंभीर रूप से घायल विकास कुमार निवासी सूरपुरा जिला भिवानी को एम्बुलेंस से राजगढ़ अस्पताल भेजा जा चुका है। वहीं घटनास्थल पर खून से लथपथ पड़ी विधवा महिला स्नेहलता पत्नी किशोर कुमार (40) निवासी लसेड़ी को पुलिस ने राजगढ़ उप जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ से उन्हें चूरू जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसी बीच राजगढ़ के डॉक्टरों ने विकास कुमार को मृत घोषित कर दिया।
रंजिश की परतें खुलीं:
अगले दिन 12 जून को घायल स्नेहलता ने अस्पताल में अपना बयान दर्ज कराया। महिला ने पुलिस को बताया कि उनके पति का देहांत दस साल पहले हो चुका था और उनके एक बेटी व एक बेटा है। मृतक विकास कुमार उनके पति के पुराने दोस्त थे और उनका घर पर लंबे समय से आना-जाना था। स्नेहलता के अनुसार उनके ससुराल पक्ष के लोग इस बात से नाराज़गी रखते थे।
स्नेहलता ने अपने बयान में आरोप लगाया कि 11 जून की रात विकास उनके घर आया हुआ था। तभी रात 11 बजे उनके चाचा ससुर का पोता बिल्कुपाल पुत्र हरफूल, चाचा ससुर का बेटा राजेश पुत्र काशीराम सहित पांच लोग घर का दरवाजा फांदकर घुस आए। हाथ में लाठी-डंडे लिए इन लोगों ने स्नेहलता और विकास के साथ बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी। विकास को घसीटते हुए घर से बाहर गली में ले जाया गया, जहाँ करीब एक घंटे तक उनके साथ मारपीट की गई, जिसके परिणामस्वरूप उनकी मौत हो गई। इस बयान के आधार पर राजगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजगढ़ किशोरी लाल और सहायक पुलिस अधीक्षक निश्चय प्रसाद एम आईपीएस ने स्वयं घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने राजगढ़ एसएचओ राजेश कुमार को त्वरित जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। मोबाइल फॉरेंसिक और एफएसएल टीमों ने भी घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए।
पुलिस टीमों ने लसेड़ी और संभावित ठिकानों पर सघन तलाश अभियान चलाया। अथक प्रयासों, तकनीकी सहायता और सटीक सूचना संकलन के आधार पर पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर दो मुख्य अभियुक्तों बिल्कुपाल पुत्र हरफूल सिंह (32) और राजेश पुत्र काशीराम (45) निवासी लसेड़ी थाना राजगढ़ को गिरफ्तार कर लिया।
शुरुआती जांच और पूछताछ से यह स्पष्ट होता है कि स्नेहलता और आरोपी एक ही परिवार से हैं। विकास कुमार का स्नेहलता के घर आना-जाना उनके ससुराल वालों को नागवार गुजरता था, जिसकी परिणति इस जघन्य हत्या में हुई।
इस सफल कार्रवाई में राजगढ़ थाना से एसएचओ राजेश कुमार, एसआई धर्मेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल पारस, कांस्टेबल कुलदीप, कर्मपाल, सुरेश कुमार, अमर सिंह एवं इंद्र कुमार की सराहनीय भूमिका रही।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.