24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में कुलपति सुनीता मिश्रा के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का आंदोलन रविवार को सातवें दिन भी जारी रहा। विरोध के अनोखे स्वरूप में परिषद कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन पर कुलपति के खिलाफ सांकेतिक श्राद्ध किया और राज्य सरकार से उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग उठाई।
अभाविप महानगर मंत्री पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि यह संघर्ष केवल कुलपति की कार्यशैली तक सीमित नहीं है, बल्कि उस विचारधारा के खिलाफ भी है जो मेवाड़ की गौरवशाली धरोहर और युद्ध इतिहास की उपेक्षा करती है। उन्होंने चेतावनी दी कि कुलपति को पद से हटाए जाने तक यह आंदोलन जारी रहेगा और भविष्य में यदि कोई भी व्यक्ति मेवाड़ की ऐतिहासिक धरोहर पर इस तरह की टिप्पणी करेगा तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।
इकाई अध्यक्ष प्रवीण टांक ने आरोप लगाया कि कुलपति विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और सांस्कृतिक वातावरण में मेवाड़ की परंपराओं और वीरता के इतिहास को दरकिनार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र रूप लेगा।
इकाई सचिव गौतम बंधु ने कहा कि यह सांकेतिक श्राद्ध केवल कुलपति को मेवाड़ की धरती से बाहर करने के लिए ही नहीं, बल्कि उन सभी को चेतावनी है जो आगे चलकर मेवाड़ की विरासत और गौरव के खिलाफ टिप्पणी करने का प्रयास करेंगे।
प्रदर्शन में कुलदीप सिंह, त्रिभुवन सिंह, पार्थ दीक्षित, चिराग दायमा, अंशुमान सिंह, चिराग तिवारी, खुशी, चंद्रकिरण, करिश्मा, गौरव मेनारिया, कृष्णा जाखड़ और धीरज डांगी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

