24 News Update उदयपुर। उदयपुर जिले के सायरा क्षेत्र में चार दिन पहले हुए पुलिस पर पथराव प्रकरण को लेकर सोमवार को भारतीय ट्राइबल पार्टी (बाप) के कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने गिर्वा डीएसपी सूर्यवीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई और उन्हें पद से हटाने की मांग उठाई।
बारिश के बावजूद प्रदर्शन में जुटे कार्यकर्ताओं ने उदयपुर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि पथराव की घटना के पीछे ग्रामीणों की न्याय की मांग थी, जिसे पुलिस ने गलत तरीके से पेश किया।
डीएसपी पर जातिगत अपशब्द और मारपीट के आरोप
प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सड़क हादसे के बाद जब ग्रामीण मृतक के परिजनों को न्याय और मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे, तब डीएसपी सूर्यवीर सिंह ने न केवल अपशब्द बोले बल्कि जातिगत टिप्पणियां करते हुए मारपीट की। आरोप यह भी लगाया गया कि विरोध कर रहे लोगों के वाहनों में पुलिस ने जानबूझकर तोड़फोड़ की।
निष्पक्ष जांच की मांग
बाप नेता कांतिलाल रोत ने कहा कि पुलिस ने मामले को निष्पक्षता से नहीं संभाला, बल्कि इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में कई निर्दोष ग्रामीणों को फंसाया जा रहा है, जिन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
बाप ने घटना की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
बरवाड़ा हाईवे पर हादसे के बाद भड़की थी घटना
गौरतलब है कि 23 अक्टूबर को उदयपुर की कटार ग्राम पंचायत के बरवाड़ा हाईवे पर सड़क हादसे में अंबालाल गमेती (28) नामक युवक की मौत हो गई थी। वह मजदूरी करने जा रहा था, तभी पीछे से आ रही एक कार ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। कार चालक मौके से फरार हो गया था, बाद में उसे पुलिस ने डिटेन कर लिया। हादसे के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा समझाइश देने के प्रयास के दौरान भीड़ उग्र हो गई और पथराव करने लगी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस दौरान 29 लोगों को गिरफ्तार कर 52 वाहन जब्त किए गए थे।

