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तालाब का पानी और कब्जाधारियों का कहरबरोदा गाँव में रास्ता बंद,100 वर्षीय बुजुर्ग और लकवाग्रस्त मरीज के लिए बना संकट

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24 News Update शाहपुरा. जहाजपुर कस्बे के शक्करगढ़ क्षेत्र के ग्राम बरोदा में तालाब का पानी और दबंगों का कब्जा परिवार के लिए आफ़त बन गया है। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि परिवार को अपने ही घर से निकलने के लिए पानी में होकर गुजरना पड़ रहा है।
परिवार ने इस समस्या को लेकर दो बार पुलिस थाना शक्करगढ़ में रिपोर्ट दी, सरपंच और पटवारी को अवगत कराया तथा माननीय विधायक को भी तीन बार जानकारी दी। बावजूद इसके अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
प्रताड़ित परिवार का आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों ने पंचायत की बिलानाम भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है। पूर्व में नरेगा योजना के तहत इस भूमि पर मिट्टी डालकर रास्ता बनाया गया था, लेकिन दबंगों ने जेसीबी से रास्ता खोदकर उसे खड्डों में बदल दिया और मुख्य एंट्री प्वाइंट पर गहरी खाई डाल दी।
सबसे अधिक संकट उस परिवार पर टूटा है।जिसके दादा 100 वर्ष से ऊपर की आयु के हैं और गंभीर अवस्था में हैं। वहीं घर के मुखिया पिछले दो साल से लकवे (पैरालाइसिस) की बीमारी से पीड़ित हैं और उन्हें हर पंद्रह दिन में भीलवाड़ा अस्पताल ले जाना पड़ता है। परंतु रास्ता बंद होने से न तो एम्बुलेंस गाँव में आ पा रही है और न ही मरीज को पैदल बाहर ले जाना संभव है।
प्रताड़ित परिवार गीता देवी पत्नी रामसुख मीणा का कहना है कि यह सिर्फ़ एक परिवार नहीं बल्कि इंसानियत और मानवता का दर्द है। तालाब का पानी और जबरन कब्जे ने परिवार के लोगों को कैद कर दिया है का आवागमन सामान्य हो सके।अगर कल इस परिवार के साथ कुछ अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी कोन लेगा पूछता है दुखी और प्रताड़ित परिवार

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