उदयपुर, 30 नवंबर। उदयपुर पुलिस ने संगठित अपराध और अवैध हथियारों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात नरेश हरिजन गैंग के चार सक्रिय अपराधियों को धर दबोचा है। पुलिस ने उनके कब्जे से 3 अवैध देशी पिस्टल, 1 मैग्जीन और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देश पर डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम (DST) और थाना हिरणमगरी की संयुक्त टीम ने की।
कैसे हुई कार्रवाई? – पुलिस की सटीक सूचना, त्वरित घेराबंदी
DST प्रभारी एएसआई विक्रम सिंह को रविवार को सूचना मिली कि सबसिटी सेंटर, हिरणमगरी क्षेत्र में कुछ युवक अवैध हथियार बेचने की फिराक में घूम रहे हैं।
सूचना की गंभीरता को देखते हुए:
- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) — उमेश ओझा
- सीओ नगर पूर्व — छगन पुरोहित
- थानाधिकारि, हिरणमगरी — भरत योगी
के सुपरविजन में संयुक्त टीमों का गठन किया गया।
पुलिस टीम ने इलाके में घेराबंदी कर चारों आरोपियों को मौके से ही पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी और उनके पास मिले हथियार
गिरफ्तार चारों अपराधी नरेश हरिजन गैंग से जुड़े हैं।
टीमें मौके से निम्न हथियार बरामद करने में सफल रहीं—
बरामदगी
- 3 अवैध देशी पिस्टल
- 1 लोहे की मैग्जीन
- 2 जिंदा कारतूस
गिरफ्तार आरोपी
- पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ उर्फ लल्ला
निवासी – टेकरी चौराहा, सूरजपोल
बरामद: 1 पिस्टल - कमलेन्द्र सिंह गहलोत उर्फ राहुल
निवासी – गाड़ियों का मोहल्ला, टेकरी, सूरजपोल
बरामद: 1 पिस्टल - आदित्य पुरी गोस्वामी उर्फ अंशु
निवासी – गणेश नगर, छोटी पिपली (हाल गोवर्धन विलास)
बरामद: 1 पिस्टल - गौतम हंडेरिया
निवासी – आवरी माता कॉलोनी, कच्ची बस्ती, हिरणमगरी
बरामद: 1 लोहे की मैग्जीन और 2 जिंदा कारतूस
नरेश हरिजन से सीधा कनेक्शन — 6 माह पहले मिले थे हथियार
पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ—
चारों आरोपियों ने बताया कि उन्हें ये हथियार हार्डकोर अपराधी नरेश हरिजन ने करीब छह महीने पहले दिए थे।
नरेश हरिजन:
- थाना सूरजपोल और हिरणमगरी के कई मामलों में वांछित
- संगठित अपराध का सक्रिय सरगना
- गैंग के जरिए हथियार सप्लाई और हमले कराने में शामिल
चारों गिरफ्तार अपराधियों के विरुद्ध शहर के विभिन्न थानों में मारपीट, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट जैसे कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
संगठित अपराध की धाराओं में केस दर्ज — अब जमानत मुश्किल
उदयपुर पुलिस ने इन चारों पर सिर्फ आर्म्स एक्ट ही नहीं, बल्कि भारतीय न्याय संहिता 2023 की गंभीर धाराओं में भी मुकदमा दर्ज किया है—
- धारा 3/25(6) – आर्म्स एक्ट
- धारा 5/25(7) – आर्म्स एक्ट
- धारा 111(2)(b), 111(3), 111(4) – संगठित अपराध (BNS 2023)
संगठित अपराध में केस दर्ज होने का मतलब है—
➡ जमानत बेहद कठिन
➡ सख्त सजा का प्रावधान
कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम
DST टीम, उदयपुर
- प्रभारी: विक्रम सिंह (स.उ.नि.)
- हेड कांस्टेबल भंवरलाल
- हेड कांस्टेबल गणेश सिंह
- हेड कांस्टेबल हितेन्द्र सिंह
- कांस्टेबल कमलेश जाखड़
- कांस्टेबल जितेन्द्र दीक्षित
- कांस्टेबल सुमेर
- कांस्टेबल शक्ति सिंह
- कांस्टेबल मुकेश
- हेड कांस्टेबल जगदीश
थाना हिरणमगरी टीम
- भरत योगी — थानाधिकारी
- ममता देवी — उपनिरीक्षक
- कांस्टेबल आनंद सिंह
- कांस्टेबल मुकेश कुमार
- कांस्टेबल हेमंत कुमार
उदयपुर पुलिस का संदेश — गैंग अपराधों पर ज़ीरो टॉलरेंस
एसपी योगेश गोयल ने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और शहर में संगठित अपराध, अवैध हथियारों की सप्लाई और गैंग गतिविधियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.