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पंडित प्रेम शंकर नागदा ने विधि-विधान से कराई पूजा, भक्तों ने घी-गुड़-आटे से बनाया लड्डू प्रसाद —चार भागों में बांटकर पूर्ण हुआ व्रत

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24 News Update उदयपुर. शहर के दिल्ली गेट स्थित श्री नरबदेश्वर महादेव मंदिर में आज श्रद्धा और आस्था के साथ मनसा महादेव व्रत कथा का विधिवत समापन हुआ। इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाओं और भक्तों ने अपने व्रत पूरे किए और भगवान मनसा महादेव से मनोकामनाओं की पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस व्रत का संचालन मंदिर के पंडित प्रेम शंकर नागदा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार और पूर्ण विधि-विधान के साथ किया गया। मंदिर की देख रेख कर रही निर्मला देवी नागदा सहित अनेक भक्तों ने पूजा-अर्चना में भाग लिया।

पंडित प्रेम शंकर नागदा के अनुसार, बताया की मनसा महादेव व्रत मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। यह व्रत सामान्यतः चार वर्षों तक किया जाता है, जिसमें प्रत्येक वर्ष सावन सुदी चौथ से लेकर कार्तिक सुदी चौथ तक भक्त नियमपूर्वक व्रत रखते हैं। श्रद्धालु हर सोमवार को विशेष पूजा, अभिषेक, महाआरती और प्रसाद वितरण करते हैं।

इस व्रत के दौरान सुपारी पर कच्चा सूत लपेटकर महादेव जी की प्रतिमा बनाई जाती है और उसका पूजन किया जाता है। व्रत रखने वाले भक्त निर्जला या फलाहार विधि से उपवास करते हैं।

पंडित नागदा ने बताया कि मनसा महादेव व्रत के समापन दिवस पर विशेष रूप से लड्डू का प्रसाद (चूरमा) तैयार किया जाता है। इसमें सवा सेर घी, सवा सेर गुड़ और सवा चार सेर आटा लेकर विधि-विधान से प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद बनने के बाद उसे चार भागों में बांटा जाता है —
पहला भाग भगवान शिवजी को अर्पण,
दूसरा ब्राह्मण को दान,
तीसरा गाय को अर्पण,
और चौथा स्वयं सेवन किया जाता है।
इस परंपरा में न तो अधिकता होनी चाहिए, न कमी — तभी व्रत पूर्ण माना जाता है।

मंदिर में व्रत रख रहे श्रद्धालु दिव्येश बन्दवाल ने बताया कि वे हर वर्ष इसी मंदिर में भगवान महादेव जी का व्रत पूर्ण विधि-विधान से करते आ रहे हैं। उनका कहना है कि मनसा महादेव जी की कृपा से जीवन में शांति, सुख और सफलता की अनुभूति होती है।

कार्यक्रम के अंत में प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया और “हर हर महादेव” के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा

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