कार्बन फुटप्रिंट कम कर पर्यावरण बचाने का संदेश — डॉ. एम.जी. वार्ष्णेय
24 News update उदयपुर |
भारत विकास परिषद भामाशाह, उदयपुर द्वारा पृथ्वी दिवस के अवसर पर सेक्टर-4 स्थित जैन मंदिर परिसर में समाजसेवी एल.एल. नाहर के सहयोग से ‘जल मंदिर’ का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व नेशनल वॉयस चेयरमैन डॉ. एम.जी. वार्ष्णेय ने पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी की आवश्यकता पर बल दिया।
“शुद्ध हवा और जल ही भविष्य की असली संपत्ति है” — डॉ. वार्ष्णेय
उन्होंने कहा, “हम अपनी अगली पीढ़ियों के लिए संपत्ति, शेयर और बैंक जमा तो छोड़ते हैं, परंतु यदि उन्हें शुद्ध हवा, पानी और पर्याप्त ऑक्सीजन न मिली, तो क्या वे सुखपूर्वक जीवन जी पाएंगे?” उन्होंने प्रत्येक नागरिक से अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने, रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने, वर्षा जल संचयन, और पौधारोपण जैसे कार्य करने की अपील की।
स्कूलों में साइकिल से आने वाले विद्यार्थियों का होगा सम्मान
संस्थान अध्यक्ष नरेंद्र कोठारी ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि शहर के ऐसे विद्यालयों के विद्यार्थियों, जो नियमित रूप से साइकिल से स्कूल आते हैं, उनका सम्मान भारत विकास परिषद द्वारा किया जाएगा। उन्होंने उन्हें “धरती माता के सच्चे भक्त” बताया।
जल मंदिर में RO ठंडा जल और गौ प्याऊ की भी व्यवस्था
सचिव डी.सी. सिंघवी ने जानकारी दी कि जल मंदिर में RO ठंडा जल केन के माध्यम से उपलब्ध रहेगा। सह-सचिव मदन सियाल ने बताया कि जल मंदिर में गौ प्याऊ की भी स्थापना की गई है, जिसमें रोजाना ताजे जल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
परिंदों के लिए परिंडे वितरण अभियान
प्रमिला जायसवाल ने घोषणा की कि परिषद जल्द ही विद्यालयों में विद्यार्थियों को परिंडे वितरित करेगी, ताकि गर्मियों में पक्षियों को दाना-पानी उपलब्ध कराया जा सके।
कार्यक्रम का संचालन रमेश लावटी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन राजेश पागे ने प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर डॉ. ऊषा कोठारी, रमेश जायसवाल, पुष्पा सिंघवी, मंगला पागे, योगेश अग्निहोत्री, के.के. शर्मा, ललिता वर्मा सहित कई सदस्य उपस्थित रहे और आयोजन को सफल बनाया।

