24 न्यूज अपडेट, जोधपुर। जोधपुर की मंडोर कृषि उपज मंडी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक जाली नोट छापने वाला गिरोह ऑन-डिमांड नकली नोट तैयार कर रहा था। पुलिस ने मंडी परिसर में स्थित एक दुकान पर छापा मारकर इस अवैध कारखाने का भंडाफोड़ किया। यहां से 500-500 रुपए के नोटों की 15 गड्डियों में कुल 7.50 लाख रुपए के जाली नोट, कलर प्रिंटर, पेपर कटर, स्कैनर और कंप्यूटर सिस्टम बरामद किए गए।
गिरफ्तार किए गए दो आरोपी—श्रवण व्यास (28) और बाबूलाल प्रजापत (40)—नागौर जिले के निवासी हैं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ये आरोपी ऑर्डर मिलने पर महज दो दिन में 4 से 5 लाख रुपए के नकली नोट तैयार कर देते थे। वे विशेष रूप से मंडी में आने वाले किसानों को निशाना बनाते थे, जिन्हें नकली नोट देकर ठगते थे।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को अवकाशकालीन कोर्ट में पेश कर एक-एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। अब गुरुवार को कोर्ट में दोबारा पेश कर रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की जाएगी, ताकि पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके।
पुलिस कार्रवाई के दौरान डीसीपी (ईस्ट) आलोक श्रीवास्तव, एडीसीपी (ईस्ट) वीरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। छापेमारी टीम में डीएसटी प्रभारी श्यामसिंह, ईस्ट साइबर सैल के एएसआई राकेश सिंह, और डीएसटी के कॉन्स्टेबल किशन सिंह, थानाराम, प्रकाश व गोपीचंद शामिल रहे।
इस मामले में महामंदिर थानाधिकारी जसवंत सिंह की रिपोर्ट पर नोडल थाना सरदारपुरा में प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस पूरे गिरोह की जड़ों तक पहुंचने के लिए जांच को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ा रही है।
जोधपुर में जाली नोटों का ऑन-डिमांड कारखाना: दो दिन में तैयार करते थे लाखों के नकली नोट, किसानों को बनाते थे निशाना

Advertisements
