- मीडिया रिपोर्टों पर संझान लिया सांसद ने, मजदूरों के पास गए और बात सुनी
- -मजदूरों को लेकर डीएफओ ऑफिस भी गए, डीएफओ ने कहा-सबको नियमानुसार खाते में भुगतान मिलेगा

24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर। मध्यप्रदेश से आए मजदूरों को उनकी मजदूरी का पूरा भुगतान नहीं मिलने और कलेक्टी के बाहर पुलिस द्वारा उनको खदेडने के मामले में मीडिया में आई खबरों पर संझान लेते हुए सांसद मन्नालाल रावत गुरुवार को दोपहर में सभी मजदूरों से मिले और उनकी बात सुनी। बाद में उन्होंने इस मामले में वन विभाग के रेंजर से लेकर डीएफओ तक के अधिकारियों से मौके पर ही बात कर जल्दी इस मामले का सुलटारा करने तथा मजदूरों को उनका वाजिब भुगतान दिलाने के निर्देश दिए।
सांसद श्री रावत दोपहर में गांधी ग्राउंड पहुंचे जहां बाहर इन मजदूरों से बुधवार से डेरा डाल रखा है। करीब डेढ सौ मजदूरों में कई महिलाएं और बच्चे भी है जिनसे सांसद ने सबसे पहले उनके खाने और रहने की व्यवस्था के बारे में पूछा। सारे लोगों को निगम के रैन बसेरा के हॉल में एकत्र कर उनसे पूरे मामले के बारे में पूछा। मजदूरों की ओर से लालजी ने बताया कि ठेकेदार ने उनको 70 रुपए प्रति खड्डा खोदने तथा नाडी बनाने के लिए बुलवाया। इस पर करीब 186 लोग पहुंचे और परसाद व अन्य जगहों पर खड्डों की खुदाई व नाडी बनाने का काम किया। जब भुगतान का समय आया तो ठेकेदार बदल गया और उसने 25 रुपए प्रति खड्डे के हिसाब से ही भुगतान की बात कही। सांसद ने जब मजदूरों ने एग्रीमेंट लिखित में होने की बात पूछी तो उन्होंने मना कर दिया और बताया कि सारा काम विश्वास पर किया गया। सांसद ने मजदूरों के सामने ही मामले से जुडे रेंजर से फोन पर बात की और बाद में डीएफओ मुकेश सैनी से भी मामले की जानकारी लेकर मामले को जल्दी निबटाकर मजदूरों को भुगतान दिलाने के निर्देश दिए। सांसद ने कहा कि डेढ सौ से ज्यादा मजदूर चार दिन से इधर-उधर भटक रहे हैं। उनके रहने खाने की भी दिक्कत है। महिलाएं और बच्चे भी है इसलिए इनका वाजिब भुगतान दिलवाकर इनके गांव रवाना करें ताकि होली का त्योहार मना सके।
मजदूरों की मांग पर सांसद श्री रावत कुछ मजदूरों को लेकर डीएफओ मुकेश सैनी के चेतक सर्कल स्थित ऑफिस भी पहुंचे। वहां मजदूरों व डीएफओ की आमने-सामने बात करवाई। डीएफओ ने कहा कि सरकारी नियमानुसार जो भी भुगतान बन रहा है वो उनको दिलवा देंगे और नगद भुगतान की बजाए प्रत्येक मजदूर के खाते में भुगतान करवाया जाएगा ताकि बाद में कोई विवाद नहीं हो। करीब दो घंटे तक दोनों पक्षों के बीच बातचीत करवाने के बाद सांसद ने मजदूरों को आश्वासन दिया कि उनका भुगतान हो जाएगा। साथ ही खदेडने वाले पुलिसकर्मियों को लेकर वे पुलिस अधिकारियों से बात करेंगे। बीमार महिलाओं और बच्चों के इलाज के लिए सीएमएचओ को निर्देश दिए।
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