उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (MLSU) के भौतिक शास्त्र विभाग के प्रोफ़ेसर महेंद्र सिंह ढाका को विश्वविद्यालय सेवा से सेवामुक्त करने का निर्णय मंगलवार को बोर्ड ऑफ़ मैनेजमेंट (BOM) की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. बी.पी. सारस्वत ने की। यह कार्रवाई नियुक्ति में भ्रामक और असत्य दस्तावेज़ प्रस्तुत करने के आरोप पर की गई है।
विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ. कुंजन आचार्य ने बताया कि प्रबंधन मंडल ने विश्वविद्यालय के सेवा नियम 73(4) और लोक भवन की अनुशंसा के आधार पर यह कदम उठाया। ढाका के खिलाफ प्रारंभिक नियुक्ति के दौरान 2022-23 में शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसकी जाँच समिति ने विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। इसके बाद जुलाई 2023 में प्रतापनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी।
लोक भवन के निर्देश और जाँच समिति की सिफारिश के अनुरूप 17 अक्टूबर 2025 को कार्रवाई का आदेश जारी किया गया था। आज की बैठक में बोर्ड ने कुलाधिपति के निर्देशों का पालन करते हुए प्रो. ढाका को विश्वविद्यालय सेवा से सेवामुक्त करने का औपचारिक निर्णय लिया और देर शाम आदेश जारी कर लोक भवन को सूचित किया।
बैठक में अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। आरजीएचएस योजना के तहत विश्वविद्यालय कर्मचारियों को अब राज्य कर्मियों के समान चिकित्सा सुविधा देने का निर्णय हुआ। नेहरू हॉस्टल के बाहर से सेक्टर तीन की सर्विस रोड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण और मुआवज़ा भुगतान के बाद सैद्धांतिक सहमति देने का निर्णय भी लिया गया। इससे स्थानीय क्षेत्रवासियों को आवागमन में सुविधा होगी।
इसके अतिरिक्त, लंबे समय से लंबित दो पुस्तकालय अध्यक्षों को कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (CAS) के तहत पदोन्नति लाभ देने की प्रक्रिया शुरू की गई और उनके प्रमोशन लिफ़ाफ़े खोले गए।
बैठक में विधायक उदय लाल डांगी, वित्त विभाग की ओर से सी.आर. देवासी, सरकार के प्रतिनिधि कुलदीप गहलोत और राजीव सक्सेना, रजिस्ट्रार डॉ. बी.सी. गर्ग, वित्त नियंत्रक गिरीश कच्छारा, प्रो. हनुमान प्रसाद, प्रो. दिग्विजय भटनागर, प्रो. सी.पी. जैन और डॉ. बालूदान बारहट उपस्थित थे।

