Site icon 24 News Update

रेस्टोरेंट से नाबालिग बालश्रमिक रेस्क्यू कर मुक्त कराया गया

Advertisements

24 News Update चित्तौड़गढ़। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन में जिले में 1 जून से 30 जून 2025 तक “उमंग-5” विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य बालश्रम, बंधुआ मजदूरी एवं मानव दुर्व्यापार का उन्मूलन करना है।

अभियान के तहत भदेसर थाना क्षेत्र में पुलिस विभाग, बाल अधिकारिता विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन एवं गायत्री सेवा संस्थान की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए होड़ा चौराहे पर स्थित एक रेस्टोरेंट से एक नाबालिग बालक को बालश्रम से मुक्त कराया गया।

चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक नवीन काकड़ा ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान पाया गया कि उक्त बालक से चाय बनाने का कार्य कराया जा रहा था और उसे सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक लगातार 12 घंटे काम पर लगाया जाता था। मौके पर मौजूद पुलिस एवं चाइल्ड हेल्पलाइन टीम द्वारा बालक की काउंसलिंग की गई, जिसमें बालक ने अपनी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

पुलिस थाना भदेसर द्वारा रेस्टोरेंट मालिक के विरुद्ध किशोर न्याय अधिनियम, 2015 एवं बालश्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम, 1986 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। बालक को बाल कल्याण समिति, चित्तौड़गढ़ के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से समिति के आदेशानुसार उसे राजकीय किशोर गृह, चित्तौड़गढ़ में आश्रय प्रदान किया गया।

रेस्क्यू टीम में भदेसर थाना से एएसआई गोपाल सिंह, चाइल्ड हेल्पलाइन से सुपरवाइज़र राहुल सिंह सोलंकी, नानूराम जाट, लोकेश सोनी तथा गायत्री सेवा संस्थान से जिला समन्वयक अमित राव उपस्थित रहे।

यह कार्रवाई बाल अधिकारों की सुरक्षा और संवेदनशील हस्तक्षेप का एक सशक्त उदाहरण है। चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से आमजन से अपील की गई है कि यदि वे किसी भी स्थान पर बालश्रम अथवा बच्चों से संबंधित शोषण की जानकारी पाते हैं तो तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचित करें।

Exit mobile version