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डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती पर समता और समाजिक न्याय का संदेश

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24 News Update उदयपुर – संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर समता-समाज की स्थापना और जातीय एवं आर्थिक असमानता के खिलाफ संघर्ष की भावना को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। मुख्य समारोह 14 अप्रैल 2025 को आयोजित किया गया , जिसके पहले सुबह 9 बजे एक रैली निकाली गई ।
रैली का प्रारंभ अम्बेडकर सर्कल से होगा। इसमें शास्त्री सर्कल होते हुए टाउन हॉल, सूरजपोल, देहलीगेट, अश्विनी बाजार, हाथीपोल, चेटक सर्कल होते हुए पुनः अम्बेडकर सर्कल पर पहुँचते हुए मुख्य समारोह स्थल तक पहंची । मार्ग पर स्वागत द्वार लगाए जाएंगे ताकि रैली में भाग लेने वाले लोगों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया ।
मुख्य समारोह में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा। संगठन मंत्री देवीलाल दाणा ने बताया कि 200 प्रतिभाशाली छात्रों का सम्मान किया गया । महिलाओं के प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती ललीता कल्याणा ने कहा कि महिलाएं 101 नीली सांड़ों में रैली में भाग लिया । साथ ही वसीटा समाज और खटीक समाज के पहलवान, गौरीशंकर और दीपेश चौहान द्वारा अखाड़ा प्रदर्शन भी किया गया ।
उदयपुर प्रवास पर आए पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कार्यक्रम में भाग लेकर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। राज्यपाल ने प्रतिभावान छात्रों का सम्मान किया और कहा कि डॉ. अंबेडकर ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन आज पूरा देश उनके दिखाए मार्ग पर अग्रसर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके बनाए संविधान की वजह से ही आज देश का लोकतंत्र मजबूत है।
महासचिव गोपाल कोटिया ने कार्यक्रम में बताते हुए कहा कि आज भी गांवों में छुआछूत जैसी समस्याएँ व्याप्त हैं, जिन्हें पूरे हिंदू समाज के सहयोग से जड़ से खत्म करना जरूरी है। इस आयोजन का उद्देश्य समाज में समानता और न्याय का संदेश फैलाना है।

इस तरह डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह और रैली ने समाज में समता, न्याय और परिवर्तन की भावना को प्रबल किया है।

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