24 News Update डूंगरपुर . जिले में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा होते–होते टल गया। बांसवाड़ा–डूंगरपुर नेशनल हाईवे (927-ए) पर एक कार अनियंत्रित होकर सीधे 10 फीट गहरे पानी भरे गड्ढे में जा गिरी। कार में बैठे सरकारी स्कूल के ग्रेड सेकंड टीचर धर्मेश यादव, उनकी पत्नी शिल्पा और 11 महीने का बेटा पानी में डूब रहे थे। लेकिन आस-पास रहने वाली एक महिला की बहादुरी ने पूरे परिवार को मौत के मुंह से निकाल लिया।
कड़ाके की आवाज सुनकर दौड़ी महिला
हीरोता गांव के पास हादसा सुबह 10 बजे हुआ। कार के पानी में गिरने की तेज धमक ने पास ही रहने वाली 35 वर्षीय सुरता को चौका दिया। वह बिना देर किए बाहर पहुंची तो देखा कि कार लगभग पूरी तरह डूब चुकी है, केवल छत दिखाई दे रही थी।
सुरता ने बिना कुछ सोचे सीधे पानी में छलांग लगा दी। उसी समय उसका पड़ोसी युवक और बेटी आयुषी भी मदद के लिए वहां पहुंच गए।
खिड़की तोड़ने में कई बार नाकाम, फिर किया असंभव काम
कार का कांच तोड़ने की सुरता की पहली कोशिश असफल रही, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। बाद में पड़ोसी युवक ने कांच तोड़ा, हालांकि इस दौरान उसके हाथ में चोट भी लगी। तीनों ने मिलकर पहले बच्चे को बाहर निकाला। बच्चा बेहोशी की हालत में था लेकिन सांस चल रही थी। जब सुरता ने देखा कि अंदर एक महिला पानी में डूबी हुई है, तो उसे बाहर खींचने की कोशिश की लेकिन कपड़े हाथ से फिसल गए। फिर उसने महिला के सिर को पकड़ उसे बाहर निकाला। इसके बाद बेहोश पड़े धर्मेश को बाहर खींचा गया।
भीड़ बनी तमाशबीन, मदद के लिए आगे आए केवल कुछ लोग
हादसे के समय मौके पर भारी भीड़ इकट्ठी हो गई, लेकिन अधिकतर लोग केवल वीडियोज़ ही बनाते रहे। सुरता और उसके साथ खड़े दो-तीन लोग ही कार में फंसे परिवार को बचाने में जुटे रहे। कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
शादी समारोह में जा रहा था परिवार
पुलिस के अनुसार, सरकारी शिक्षक धर्मेश यादव डूंगरपुर के बालाजी नगर के रहने वाले हैं और गांधवा गांव के बालिका स्कूल में कार्यरत हैं। वे अपनी पत्नी शिल्पा और 11 महीने के बेटे के साथ बोर गांव में एक शादी समारोह में जा रहे थे। दुर्घटना में धर्मेश और शिल्पा के सिर व शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं, जबकि बच्चे की हालत फिलहाल सामान्य बताई जा रही है।

