24 News Update चित्तौड़गढ़। राशमी उपखंड में बीते मंगलवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे के लगभग 108 घंटे बाद रविवार को 6 वर्षीय मासूम रूत्वी का शव बरामद हुआ। यह हादसा तब हुआ था जब एक परिवार धार्मिक यात्रा से लौटते समय गूगल मैप के बताए गलत रास्ते पर चल पड़ा और उनकी कार बहाव वाली पुलिया में बह गई।
रूत्वी का शव रविवार दोपहर करीब 1:30 बजे हादसे वाली जगह से लगभग 12 किलोमीटर दूर ऊंचा ग्राम पंचायत के रतनखेड़ी पुलिया में मिला। SDRF और सिविल डिफेंस की टीमें हादसे के बाद से ही बच्ची की तलाश में जुटी थीं। शव मिलने की सूचना के बाद गांव और परिवार में गहरा शोक छा गया।
हादसे की कहानी: गूगल मैप की गलती से पुलिया पर पहुंची कार
मंगलवार देर रात 26 अगस्त को भूपालसागर के कानाखेड़ा गांव निवासी मदनलाल अपने परिवार के साथ भीलवाड़ा जिले के सवाई भोज मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे। रास्ते में गूगल मैप ने उन्हें गलत दिशा दिखाई, जिससे वे सीधे सोमी-उपरेड़ा की क्षतिग्रस्त पुलिया तक पहुंच गए। तेज बहाव और अंधेरे के कारण पुलिया का अंदाजा नहीं हो पाया और उनकी कार पानी में जा गिरी।
9 में से 4 की मौत, बाकी लोगों को सुरक्षित निकाला
कार में कुल 9 लोग सवार थे। हादसे के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू किया गया। मदनलाल (25), हितेश (16), लीला (18), काव्यांश (9 माह) और आयांश (9 माह) को सुरक्षित निकाल लिया गया। मृतकों में मदनलाल की पत्नी चंदा (21), भाभी ममता (25), ममता की बेटी खुशी (4) और रूत्वी (6) शामिल हैं। बुधवार सुबह ही चंदा, ममता और खुशी के शव ब रामद कर लिए गए थे और उनका उसी शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया।
108 घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (SIUCAW) मुकेश सांखला ने बताया कि रूत्वी के शव की बरामदगी के लिए SDRF, सिविल डिफेंस, पुलिस और प्रशासन की टीमें लगातार सर्च ऑपरेशन में जुटी रहीं। कई किलोमीटर बहाव की दिशा में तलाशी के बाद रविवार दोपहर रतनखेड़ी पुलिया के पास बच्ची का शव बरामद किया गया।
गूगल मैप के गलत रास्ते ने ली मासूम की जान, हादसे के 108 घंटे बाद 6 वर्षीय रूत्वी का मिला शव

Advertisements
