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आमेट में मकान में घुसा तेंदुआ, चार घंटे बाद रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा, बकरी का शिकार कर घर में कूदा, मालिक ने दिखाया साहस, दरवाजा बंद कर वन विभाग को दी सूचना

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24 News Update राजसमंद (आमेट)। जिले के बिनोल नाका क्षेत्र में रविवार तड़के उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक तेंदुआ अचानक आबादी क्षेत्र में घुस आया। करीब 3 बजे तेंदुए ने एक बकरी का शिकार किया और शिकार के बाद वह पास के एक घर में छलांग लगाकर घुस गया। घर के मालिक जोहर सिंह राजपूत की सतर्कता और हिम्मत से बड़ा हादसा टल गया। जोहर सिंह ने जान जोखिम में डालते हुए तेंदुए को एक कमरे में बंद कर दिया और फौरन पुलिस व वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम हरकत में आई और करीब चार घंटे की मेहनत के बाद सुबह 7:30 बजे तेंदुए को बेहोश कर पिंजरे में बंद किया गया।

कैसे घुसा तेंदुआ, क्या हुआ अंदर?
जोहर सिंह ने बताया कि रात के वक्त घर में कुछ आवाजें सुनकर उनकी नींद खुली। उन्होंने सोचा कि कोई चोर घुस आया है, लेकिन जैसे ही उन्होंने देखा कि एक जंगली जानवर खिड़की से छलांग लगाकर कमरे में आ गया, तो वे चौंक गए। बिना घबराए उन्होंने तत्काल कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने सरदारगढ़ पुलिस चौकी को फोन किया। कुछ ही देर में आमेट नाके से उगम चंद बैरवा और बिनोल नाका प्रभारी अशोक वैष्णव मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात का जायजा लिया और वन विभाग को सूचना दी।

रेस्क्यू ऑपरेशन: चार घंटे की चुनौती
वन विभाग के अधिकारी लादूलाल शर्मा के निर्देशन में राजसमंद गश्ती दल के रेंजर सत्यानंद गरासिया के नेतृत्व में ट्रैंकुलाइज टीम मौके पर पहुंची। टीम में सुरेंद्र सिंह, पन्नालाल कुमावत, घनश्याम पुरबिया, तेजपाल और महेंद्र सिंह शामिल थे। सुबह तकरीबन 7:30 बजे, लगातार प्रयासों के बाद तेंदुए को ट्रैंकुलाइज किया गया और उसे सुरक्षित पिंजरे में बंद कर लिया गया।

स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जंगल में छोड़ा
रेस्क्यू के बाद तेंदुए को राजसमंद के पीपरड़ा नर्सरी में लाया गया, जहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। विभाग ने बताया कि यह करीब 5 वर्ष का नर तेंदुआ है और उसकी हालत सामान्य पाई गई। पशुपरिचारकों की देखरेख में प्राथमिक उपचार के बाद उसे टाड़गढ़ वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ा गया। तेंदुए के आबादी क्षेत्र में आने से इलाके में दहशत फैल गई थी, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्रित हो गए थे और वन विभाग के प्रयासों की सराहना की।

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