24 News Update कोटा. कोटा के आरकेपुरम इलाके में 11 जुलाई की रात हुई फायरिंग और करण गुर्जर की संदिग्ध मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मृतक करण गुर्जर (22) की मां आशा देवी और पिता जयदेव गुर्जर ने साफ शब्दों में कहा है कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। उन्होंने महिला वकील पूर्वा शर्मा (30) पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी गहन जांच की मांग की है।
मां बोलीं – “शादी का झांसा देकर बेटे की भावनाओं से खेली”
आशा देवी भावुक होकर कहती हैं, “मेरा बेटा सुसाइड नहीं कर सकता। पूर्वा ने तीन साल तक उसे शादी का सपना दिखाया और उसकी भावनाओं से खिलवाड़ किया। समाज की एक लड़की से शादी के बाद वो करण को टॉर्चर करने लगी। करण ने परेशान होकर तलाक का फैसला लिया था।”
11 जुलाई की रात क्या हुआ था?
पुलिस के अनुसार, 11 जुलाई की रात करीब 10.30 बजे मुकंदरा वन विभाग कार्यालय के पास फायरिंग हुई। आरोप है कि स्कूटी पर घूम रहे करण ने झगड़े के दौरान अपनी प्रेमिका पूर्वा शर्मा को पीछे से सिर में गोली मारी और बाद में खुद को शूट कर लिया। करण की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पूर्वा घायल अवस्था में बच गई। करण के माता-पिता का दावा है कि पूर्वा शर्मा करण को शादी के लिए लगातार उकसाती रही और पैसे भी ऐंठे। आशा देवी ने बताया कि करण ने पूर्वा पर करीब तीन लाख रुपये खर्च किए। दोनों उज्जैन, जयपुर और खाटू श्यामजी तक साथ गए थे। उन्होंने कहा, “बेटे ने बताया था कि पूर्वा उससे शादी का वादा कर उसे पागल बनाती रही है।”
3 महीने पहले हुई थी करण की शादी
करण ने 16 अप्रैल को एक समाज की लड़की से शादी की थी, लेकिन पूर्वा ने शादी के बाद भी करण को मानसिक रूप से परेशान करना नहीं छोड़ा। पूर्वा ने करण पर शादी तोड़ने का दबाव बनाया। आखिरकार 7 जुलाई को दोनों परिवारों की सहमति से तलाक का सहमति पत्र साइन हुआ। इसके बावजूद कुछ ही दिन बाद करण की संदिग्ध मौत हो गई। आशा देवी ने बताया कि घटना वाले दिन करण शाम को अपने पिता के साथ ऑफिस से घर आया था। उसके कुछ देर बाद पूर्वा के फोन आने लगे। वह खुद स्कूटी से करण को लेने घर आई। रात करीब 7.30 बजे करण घर से उसके साथ निकला। करीब दो घंटे बाद पूर्वा का फोन आया और उसने कहा, “करण मुझसे झगड़ रहा है, आप मुकंदरा ऑफिस के पास आ जाइए।” आशा देवी ने बताया कि फोन पर वह चिल्ला रही थी, लेकिन गोली चलने की बात नहीं बताई।
हॉस्पिटल तक खुद लेकर गई घायल करण को
घटना स्थल पर पहुंची आशा देवी ने बताया कि करण सड़क किनारे लहूलुहान हालत में पड़ा था और पूर्वा कुछ दूरी पर बैठी थी। छोटा बेटा कृष्णा उसे बाइक पर बैठाकर अस्पताल ले गया। पूर्वा भी पीछे बैठी थी। आशा देवी पुलिस की गाड़ी में पीछे-पीछे अस्पताल पहुंचीं। आशा देवी ने सवाल उठाया कि करण के पास कोई हथियार नहीं था। वो खाली हाथ गया था। ऐसे में उसके खुद को गोली मारने की बात हजम नहीं होती। उन्होंने बताया कि पूर्वा करण से 8 साल बड़ी थी, और उसका व्यवहार लगातार संदिग्ध रहा है।करण के पिता जयदेव गुर्जर ने बताया कि करण उनके साथ प्रॉपर्टी का काम करता था और पढ़ाई दसवीं तक ही हुई थी। उन्होंने कहा, “करण ने समाज की लड़की से हमारी इच्छा से शादी की थी, लेकिन पूर्वा उससे शादी करने को तैयार नहीं थी। तीन साल तक उसे झांसे में रखकर खिलवाड़ करती रही।” उन्होंने सवाल उठाया, “अगर करण ने पूर्वा को गोली मारी, तो वो कैसे बच गई? और अगर करण ने खुद को मारा, तो क्यों? ये सब संदेहास्पद है। पुलिस को निष्पक्ष जांच कर सच्चाई सामने लानी चाहिए।”
पुलिस जांच जारी, परिजन न्याय की मांग पर अडिग
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और पूर्वा शर्मा से पूछताछ की जा रही है। वहीं, करण के माता-पिता का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए और उनके बेटे को फंसाया जा रहा है।
करण की मौत पर परिजनों का सवाल: “वो सुसाइड नहीं कर सकता, उसके साथ अनहोनी हुई है”

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