24 News Update उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन अनुसंधान निदेशालय उदयपुर के द्वारा संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना के अंतर्गत चल रहे ‘दक्षिणी राजस्थान में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिला कृषकों में उद्यमिता विकास’ परियोजना के तहत दो दिवसीय उद्यमिता प्रशिक्षण दिनांक 21 से 22 नवम्बर, 2025 को मशरूम प्रयोगशाला राजस्थान कृषि महाविद्यालय उदयपुर में सम्पन्न हुआ, जिसमें पंचायत समिति फलासिया झाडोल के आस-पास के गाँवों जैसे बड़ा भीलवाड़ा, अमोद-बरसी, फलासिया तथा गूराड़ के 60 से अधिक कृषक महिलाओं ने संस्थागत उद्यमिता प्रशिक्षण में बढ़ चढ़कर भाग लिया। परियोजना प्रभारी प्रोफेसर विशाला बंसल ने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य महिला किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों एवं कौशलों का प्रशिक्षण देकर उनमें उद्यमिता का विकास करना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और उद्यम स्थापित कर सकें।
प्रशिक्षण के दौरान मशरूम परियोजना प्रभारी प्रोफेसर (डॉ.) एन.एल. मीना ने मशरूम उत्पादन के वैज्ञानिक विधियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। जिसमें मशरूम के महत्वपूर्ण गुण एवं उनका महत्व, ढिंगरी मशरूम, दुध छत्ता मशरूम, बटन मशरूम के उत्पादन तकनीक, कम्पोस्ट तैयारी, बीज प्रबंधन, किट संगण एवं ताज़ा मशरूम, मशरूम उत्पादों के विपणन के बारे में विस्तार से बताया। प्रशिक्षण उपरान्त प्रत्येक महिला कृषक को प्रर्दशन हेतु एक-एक ढिंगरी मशरूम का बैग वितरित किये गये। तथा महिला कृषक ने मशरूम उत्पादन को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उद्यम के रूप में आगे बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
मशरूम की खेती पर आदिवासी कृषक महिलाओं का संस्थागत प्रशिक्षण सम्पन्न

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