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कुएं, ट्यूबवेल, सोलर पैनलों से केबल चोरी की वारदातों का पर्दाफाशः अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

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24 न्यूज अपडेट, चित्तौड़गढ (कविता पारख)। चित्तौड़गढ़ जिले के कनेरा थाना क्षेत्र सहित भीलवाड़ा, नीमच, निम्बाहेड़ा, शंभूपुरा के ग्रामीण इलाकों में लंबे समय से किसानों के खेतों में लगे कुओं, ट्यूबवेलों और सोलर पैनलों की केबल व मोटर चोरी की लगातार सामने आ रही वारदातों का पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए एक अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी 50 से अधिक चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं और नशे व शौक-मौज के लिए चोरी करते थे। गिरोह का मुख्य सरगना निम्बाहेड़ा निवासी कबाड़ी आसिफ फरार है, जिसकी तलाश जारी है।

पुलिस को ग्रामीणों की रिपोर्ट पर मिली सफलता
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 28 जून को कस्बा कनेरा और आसपास के गांवों दृ लुणखण्डा, भुवनियाखेड़ी, मैलाना, सरसी, लक्ष्मीपुरा आदि के किसानों ने थाने में रिपोर्ट दी थी कि उनके खेतों में लगे ट्यूबवेल, कुओं की मोटर व सोलर प्लेट की केबलें अज्ञात बदमाश काटकर चोरी कर ले गए। किसी के खेत से 20 फीट, तो किसी के 80 फीट तांबे की केबल चुराई गई थी। पुलिस ने गंभीरता से प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया।
विशेष टीम गठित कर संदिग्धों की तलाश शुरू
एएसपी सरिता सिंह और डीएसपी बद्रीलाल के निर्देशन में थानाधिकारी महेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एएसआई बालमुकुंद, रतन सिंह, महेन्द्र कुमार, कांस्टेबल रेवताराम, सुनील कुमार, रामनिवास, नैनाराम, वासुदेव की एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने मुखबिरों को सक्रिय कर संदिग्धों की तलाश शुरू की और भीलवाड़ा के अरनिया गोडा से बद्री नायक नामक व्यक्ति को डिटेन कर मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की।

मुख्य आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
पूछताछ में बद्री नायक ने स्वीकार किया कि वह निम्बाहेड़ा के कसाई मोहल्ला निवासी आसिफ कबाड़ी के इशारे पर चोरी करता था। आसिफ ही उन्हें चोरी के औजार और मोटरसाइकिल उपलब्ध कराता था। उसके साथ चोरी में शामिल अन्य आरोपी हैं कन्हैयालाल उर्फ काना भील, निवासी रामनगर, सुठोली, थाना रतनगढ़, नीमच कमलेश उर्फ कमल भील, निवासी रतनगढ़, जिला नीमच सूरज भील, निवासी कसमारिया, जिला नीमच हैं। पुलिस ने बद्री नायक के साथ इन तीनों को भी गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य आरोपी कमलेश पुत्र भैरूलाल और गिरोह का सरगना आसिफ कबाड़ी अभी फरार हैं।

गिरोह का कार्यप्रणाली और वारदात का तरीका
गिरोह का सरगना आसिफ कबाड़ी अपने रिश्तेदार अमजद कबाड़ी के पुराने गोदाम में इन चोरों के ठहरने की व्यवस्था करता था। रोज शाम को वह उन्हें औजार और बाइक देकर चोरी के लिए रवाना करता। आरोपी रात को चित्तौड़गढ़, कनेरा, निम्बाहेड़ा, शंभूपुरा, नीमच, भीलवाड़ा आदि क्षेत्रों में किसानों के खेतों में लगे ट्यूबवेल, कुएं, सोलर पैनलों से केबल और मोटर चोरी करते। सुनसान जगह पर केबल जलाकर तांबा निकालते और सुबह चोरी का सामान आसिफ को दे देते थे। दिन में यह गिरोह गोदाम में छिपा रहता था। सभी आरोपी नशे के आदि हैं और शौक-मौज के लिए चोरी करते थे।

अब तक इन स्थानों पर कर चुके हैं चोरी
गिरोह ने निम्बाहेड़ा, कनेरा, शंभूपुरा, चित्तौड़गढ़, नीमच, भीलवाड़ा, रतनगढ़ के करीब 50 स्थानों पर चोरी की वारदातें कबूली हैं। इनमें शामिल हैं – कलेक्ट्री चौराहा चित्तौड़गढ़, जोधड़ास गांव भीलवाड़ा, मंडपिया गंगरार, बनेड़ा भीलवाड़ा, आरटीओ ऑफिस चित्तौड़गढ़, थलिया कंटोडी नीमच, वंडर सीमेंट फैक्ट्री निम्बाहेड़ा, बिसलवास थाना नीमच, शनिमहाराज कपासन, चंदेरिया, रश्मी रोड गंगरार, मल्हारगढ़ नीमच रेलवे स्टेशन, दारू गांव नीमच, अरनिया पंथ निम्बाहेड़ा, केली, पेनाखेड़ा, सतखंडा शंभूपुरा, राटड़िया माल आदि।

मुख्य आरोपी बद्री नायक – पुराना शातिर नकबजन
गिरफ्तार बद्री नायक (52 वर्ष) निवासी कावाखेड़ा, भीलवाड़ा पहले भी जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा में चोरी और नकबजनी के 20 से अधिक मामलों में आरोपित रह चुका है। वह जयपुर और अजमेर में भी वांछित है।
कार्रवाई में इन पुलिसकर्मियों की विशेष भूमिका
गिरोह की धरपकड़ में कनेरा थाने के कांस्टेबल रेवताराम, सुनील कुमार और रामनिवास की विशेष भूमिका रही।

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