24 News Udpate उदयपुर। जिले में पुलिस और नारकोटिक्स एजेंसियों ने संयुक्त कार्रवाई कर करीब 30 करोड़ रुपए की अवैध गांजा खेती का खुलासा किया है। यह कार्रवाई एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीमों ने मिलकर की। टीमों ने कउडा मउडा, माण्डवा, निचली सुबरी और उपलाथला गांवों में चल रही अवैध खेती का भंडाफोड़ किया, जहां लगभग 50 बीघा जमीन पर 8 हजार से अधिक गांजा के पौधे उगाए गए थे। मौके पर पहुंचकर पूरी फसल को नष्ट कर दिया गया।
ऑपरेशन की खास बातें:
तस्करों ने जनजातीय क्षेत्र को बनाया ठिकाना
आईजी विकास कुमार के अनुसार, तस्करों ने पुलिस की नजरों से बचने के लिए उदयपुर के जनजातीय इलाके में अवैध खेती शुरू की थी। यह गांजा राजस्थान के अलावा गुजरात और पंजाब में ऊंचे दामों पर सप्लाई किया जाना था।
तीन महीने चली गुप्त जांच
ANTF ने करीब तीन महीने पहले इलाके में गुप्त जांच शुरू की। अधिकारी कभी कृषि निरीक्षक तो कभी बिजली विभाग के कर्मचारी बनकर गांवों में पहुंचे और खेती के साक्ष्य जुटाए।
शोभायात्रा बनकर पहुंची पुलिस टीम
ऑपरेशन को गुप्त रखने के लिए पुलिस ने “अम्बे माता की शोभायात्रा” का रूप धारण किया। पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की तरह जयकारे लगाते हुए गांव में दाखिल हुए, और फिर तड़के 4 बजे दबिश दी गई। गांववालों को तब अहसास हुआ कि ये श्रद्धालु नहीं, बल्कि पुलिसकर्मी हैं।
करोड़ों की फसल नष्ट, तस्करों की तलाश जारी
पुलिस ने मौके पर करीब 30 करोड़ रुपए मूल्य की अवैध फसल नष्ट की। अब ANTF और NCB टीमें यह जांच कर रही हैं कि इस गांजा को किन राज्यों और नेटवर्क्स तक सप्लाई किया जा रहा था। आईजी बोले – “यह राजस्थान की सबसे बड़ी नारकोटिक्स कार्रवाई में से एक” आईजी विकास कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य की सबसे बड़ी अवैध गांजा खेती पकड़ने की घटनाओं में शामिल है। टीम को ग्रामीणों का भी सहयोग मिला, और तस्करों की पहचान के प्रयास जारी हैं।
उदयपुर में 30 करोड़ की अवैध गांजा खेती का पर्दाफाश: शोभायात्रा बनकर पहुंची पुलिस, 50 बीघा में उगा रखे थे 8 हजार पौधे

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