24 न्यूज अपडेट. दौसा। अब यह बात जनता भी जान गई है कि जेल महाभ्रष्टाचार के अड्डे हैं। अपराधियों को वहां पर खुली छूट है। सारे के सार सुरक्षा उपाय और आधुनिक तकनीकें रिश्वत के आगे फैल है। जिस प्रदेश के मुखिया को जेल से धमकी मिल जए वहां की जनता को अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित होना व पूरी मशीनरी पर सवाल उठाना लाजमी बनता है। जेलों में मोबाइल पहुंच कैसे रहे हैं? जो पहुंचा रहे हैं उनको कठारे सजा कौन देगा?? आदि सवाल बहुत बड़े हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक बार फिर दौसा जिले की श्यालावास जेल से जान से मारने की धमकी मिली है। यह घटना देर रात करीब 12 बजकर 45 मिनट की है, जब एक आरोपी ने जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर कहा कि वह सीएम को आज रात 12 बजे से पहले मार देगा। यह दूसरी बार है जब दौसा जेल से सीएम को धमकी भरा कॉल आया है। इससे पहले जुलाई 2024 में भी इसी जेल से धमकी दी गई थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया और मोबाइल जब्त किए। आरोपी का दावाः “आज रात (शनिवार) 12 बजे से पहले सीएम को जान से मार दूंगा“
10 मिनट के अंतराल में दो कॉल किए गए। आरोपी की पहचान, प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पॉक्सो एक्ट के तहत बंद एक कैदी के रूप में हुई। घटना की सूचना मिलते ही एएसपी गुरु शरण राव और नांगर डीएसपी चारुल गुप्ता मौके पर पहुंचे। पापदड़ा और नांगल थाने की पुलिस ने जेल में सर्च अभियान चलाया, जिसमें कुछ कैदियों के पास से मोबाइल बरामद हुए। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब सीएम भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी मिली हो। पहले की घटनाओं का विवरण इस प्रकार हैः
जुलाई 2024 – दौसा जेलः
श्यालावास जेल से जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को धमकी भरा कॉल आया।
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर मोबाइल जब्त किए और आरोपी के खिलाफ पापदड़ा थाने में मामला दर्ज किया।
जेल में सिम पहुंचाने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
कार्यवाहक जेल अधीक्षक कैलाश दरोगा, जेलर बिहारी लाल और मुख्य प्रहरी अवधेश कुमार को निलंबित किया गया।
जनवरी 2024 – जयपुर सेंट्रल जेलः
पॉक्सो एक्ट के तहत 5 साल से बंद एक कैदी ने कंट्रोल रूम को कॉल कर सीएम को गोली मारने की धमकी दी।
कॉल के बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया गया।
तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी की पहचान की गई और जेल से मोबाइल जब्त किए गए। पुलिस ने तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया और मोबाइल बरामद किए। जुलाई 2024 की घटना के बाद जेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाए थे, जिसमें अधिकारियों का निलंबन शामिल था। दौसा जेल से बार-बार धमकी भरे कॉल आने से जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। जनवरी 2024 से अब तक सीएम को तीन बार धमकी मिल चुकी है, जिसमें दो बार दौसा जेल और एक बार जयपुर सेंट्रल जेल से कॉल आए। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि आरोपी की मंशा और जेल में मोबाइल पहुंचने के तरीके का पता लगाया जा सके।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.