24 न्यूज अपडेट, उदयपुर। राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग ने उदयपुर के रविन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज में पीजी रेजीडेंट डॉक्टर रवि शर्मा की वाटर कूलर में करंट लगने से हुई दर्दनाक मौत मामले में गंभीर रुख अपनाते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन सहित 7 जिम्मेदार पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
आयोग अध्यक्ष जस्टिस जी.आर. मूलचन्दानी ने आदेश जारी कर कहा कि लाखों रुपये खर्च कर कड़ी मेहनत से डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्र की इस प्रकार जान जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का दायित्व है कि हॉस्टल में त्रुटिरहित विद्युत व्यवस्था और मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करे।
आयोग ने प्रथम और द्वितीय पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु के कारण में अंतर आने को भी बेहद गंभीर माना है। जस्टिस मूलचन्दानी ने कहा कि प्रथम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण कुछ और और दूसरी में अलग बताना, प्रशासनिक लापरवाही और जवाबदेही से बचने का संकेत है। दोषियों पर राजस्थान मेडिकल काउंसिल से अनुशासनात्मक कार्रवाई और आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की अनुशंसा की गई है। आयोग ने प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, प्राचार्य एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर, जिला मजिस्ट्रेट उदयपुर, पुलिस अधीक्षक उदयपुर, रजिस्ट्रार राजस्थान मेडिकल काउंसिल जयपुर और दोनों पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकीय दलों को नोटिस भेजकर 9 जुलाई 2025 तक समस्त तथ्यों और अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। नोटिस ईमेल व पंजीकृत डाक से तत्काल भेजने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। आयोग ने कहा कि लापरवाही व दोष साबित होने पर संबंधित अधिकारी और चिकित्सकों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
डॉ. रवि शर्मा की असामायिक मृत्यु पर नर्सेज एसोसिएशन ने जताया शोक, निष्पक्ष जांच व मुआवजे की मांग
उदयपुर। रविन्द्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के पीजी हॉस्टल में डॉक्टर रवि शर्मा की करंट लगने से हुई असामायिक मृत्यु के मामले में राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन, उदयपुर (शहर) ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए घटना की निष्पक्ष जांच और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। एसोसिएशन की ओर से चिकित्सा विभाग, जयपुर को भेजे पत्र में कहा गया है कि इस दर्दनाक घटना ने प्रदेश के समस्त चिकित्सा समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। घटना के बाद कॉलेज प्रशासन की असंवेदनशीलता और लापरवाही से मृतक चिकित्सक की मौत का वास्तविक कारण छुपाया गया और करंट लगने के स्थान पर अन्य कारण बताए गए, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। एसोसिएशन ने मांग की है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय विभागीय जांच करवाई जाए, ताकि मृतक डॉक्टर के परिजनों को न्याय मिल सके और चिकित्सा सेवा से जुड़े कर्मियों में भी विश्वास कायम रह सके।
साथ ही डॉ. रवि शर्मा के परिवार को उचित मुआवजा और उनकी पत्नी को शीघ्र सरकारी सेवा में नियुक्ति देने की मांग की गई है। एसोसिएशन ने अपने पत्र में स्पष्ट किया कि वे इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं और हर स्तर पर उनका समर्थन करेंगे। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन, उदयपुर (शहर) के जिलाध्यक्ष ने प्रशासन से शीघ्र प्रभावी कार्रवाई की मांग की है।

