24 News update उदयपुर | 17 जून 2025
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल में रेजिडेंट डॉक्टर रवि शर्मा की संदिग्ध मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। कॉलेज प्रशासन ने चीफ वार्डन सहित तीन कर्मचारियों को पद से हटा दिया है, लेकिन रेजिडेंट डॉक्टरों का आक्रोश कम नहीं हुआ है। उनका कहना है कि यह मात्र “प्रशासनिक खानापूर्ति” है और निलंबन जैसी ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है।
तीन अधिकारी हटे, पर निलंबन नहीं
कॉलेज प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर ने सोमवार देर रात आदेश जारी कर हॉस्टल चीफ वार्डन नरेंद्र बंसल, वरिष्ठ सहायक हीरालाल पालीवाल और कर्मचारी वीरेंद्र को उनके पदों से हटाते हुए प्रशासन भवन में उपस्थिति देने का निर्देश दिया। लेकिन रेजिडेंट्स का आरोप है कि इतनी गंभीर घटना के बाद भी ये सिर्फ पोस्टिंग बदलना मात्र है, न कि कोई दंडात्मक कार्रवाई।
आज छठा दिन हड़ताल का, भावनात्मक कार्यक्रमों के साथ विरोध जारी
रेजिडेंट्स की हड़ताल आज छठे दिन में प्रवेश कर गई है। इस दौरान उन्होंने कॉलेज परिसर में शोक सभा का आयोजन किया, जिसमें डॉ. रवि शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
रेजिडेंट यूनियन के संयुक्त सचिव डॉ. आशीष महंत ने कहा,
“प्रशासन ने अब तक अपनी गलती स्वीकार नहीं की। रवि की मौत सिर्फ हादसा नहीं, सिस्टम की विफलता है।”
शोक सभा के बाद रेजिडेंट्स ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर पूरे घटनाक्रम को जन-सामान्य के सामने लाने का प्रयास किया। इसके साथ ही उन्होंने भूख हड़ताल शुरू करने की भी घोषणा की है।
अस्पताल की हालत गंभीर, मरीज बेहाल
हड़ताल के चलते अस्पताल की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
- आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम और सामान्य वार्डों में मरीजों की देखभाल अब महज कुछ सीनियर डॉक्टरों के भरोसे चल रही है।
- आउटडोर विभाग (ओपीडी) में लंबी कतारें लगी हैं। जहां पहले एक यूनिट में 4 डॉक्टर बैठते थे, वहां अब सिर्फ एक डॉक्टर मौजूद है, जिससे मरीजों को 2 से 3 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।
मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, भेजे नोटिस
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए राजस्थान मानवाधिकार आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। आयोग ने
- आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल,
- एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर के प्रिंसिपल,
- उदयपुर जिला कलेक्टर नमित मेहता,
- एसपी योगेश गोयल, और
- राजस्थान मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार
को नोटिस जारी कर तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। अब ये सभी अधिकारी आयोग को पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी देंगे।

