24 News Update उदयपुर- राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शेरसिंह चौहान ने उदयपुर जिले के राजकीय विद्यालयों में अल्प मानदेय पर भी सेवा भाव से काम कर पोषाहार बनाने वाले कुक कम हेल्परों का समय पर भुगतान नहीं होने पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अल्प मानदेय पर कार्यरत ये कुक कम हेल्पर प्रतिदिन विद्यालयों में बच्चों के लिए भोजन तैयार करते हैं, फिर भी पिछले सात माह से मानदेय से वंचित हैं, जो कि सरकार द्वारा बजट जारी करने के बाद भी भुगतना नहीं करना विभाग की संवेदनहीनता का प्रमाण है।
प्रदेशाध्यक्ष ने बताया की जिले के कोटड़ा, देवला व गोगुंदा ब्लॉक में कार्यरत कुक कम हेल्पर को जनवरी 2025 से अब तक मानदेय व कुकिंग कन्वर्जन राशि का भुगतान नहीं हुआ है। वहीं जिले के अन्य ब्लॉकों में भी अप्रैल 2025 से बकाया भुगतान लंबित है। उदयपुर जिले में लगभग 5200 कुक कम हेल्पर कार्यरत है, जिन्हें मात्र ₹2,143 मासिक मानदेय मिलता है, जो इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। प्रतिदिन बच्चों के लिए गर्मागर्म भोजन बनाने वाले इन कुक कम हेल्पर के घरों में अब खुद चूल्हा ठंडा पड़ने की नौबत आ गई है। आर्थिक तंगी के कारण आने वाला राखी पर्व भी इनके लिए खुशियों की जगह मायूसी लेकर आया है क्योंकि घर की रसोई और परिवार की मूलभूत जरूरतें पूरी करना भी इन कुक कम हेल्पर के लिए अब कठिन हो गया है।
प्रदेशाध्यक्ष शेरसिंह चौहान ने विभाग से तत्काल कुक कम हेल्पर के मानदेय व कुकिंग कन्वर्जन की राशि का भुगतान करने की मांग की है जिससे कुक कम हेल्पर अपनी आजीविका सुचारू रूप से चला सकें और आगामी त्योहारों को भी ससम्मान मना सकें।
जनवरी से बकाया मानदेय, राखी से पहले टूटी उम्मीदें — उदयपुर की कुक कम हेल्पर बेहाल

Advertisements
