24 News update उदयपुर। थाना हिरणमगरी पुलिस ने हत्या के दो अलग-अलग मामलों में वांछित और पिछले 10 वर्षों से फरार चल रहे इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी पर ₹10,000 का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ स्थायी वारंट जारी था।
मामले का इतिहास
साल 2003 में थाना सालमगढ़, जिला प्रतापगढ़ में जुए-सट्टे के विवाद में अपने साथी के साथ मिलकर एक मित्र की हत्या करने पर आरोपी बंटी उर्फ गणेश लाल पुत्र दितीया मीणा के खिलाफ धारा 302 भादस में केस दर्ज हुआ था।
साल 2010 में उदयपुर के कडलवास स्थित एक फैक्ट्री में मजदूर बंटी ने साथी मजदूर बंशी लाल की सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी। इस मामले में थाना हिरणमगरी में केस दर्ज हुआ और आरोपी को जेल भेजा गया।
उच्च न्यायालय, जोधपुर से 2015 में सशर्त जमानत पर रिहा होने के बाद से वह फरार चल रहा था। जमानत के बाद उसने पहचान छुपाने के लिए घर और रिश्तेदारों से नाता तोड़ लिया, कोई पहचान पत्र नहीं बनवाया और जगह-जगह मजदूरी कर फरारी काटता रहा।
पुलिस की कार्रवाई
जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देश पर, एएसपी शहर उमेश ओझा और सीओ नगर पूर्व छगन पुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी भरत योगी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
लंबे समय तक प्रतापगढ़, जोधपुर, भीलवाड़ा समेत कई जिलों में तलाश जारी रही। आखिरकार सूचना मिली कि आरोपी भीलवाड़ा में ट्रांसपोर्ट कार्यालयों पर हमाली का काम कर रहा है। पुलिस टीम ने व्यापारी बनकर मजदूरों से संपर्क साधा और सालमगढ़ से परिजनों को बुलाकर पहचान करवाने के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी
- बंटी उर्फ गणेश लाल पुत्र दितीया मीणा, निवासी डिण्डोल फला लालखेडी, थाना सालमगढ़, जिला प्रतापगढ़।
टीम सदस्य
- भरत योगी, थानाधिकारी हिरणमगरी
- देवी लाल, थानाधिकारी माण्डवा
- देवेंद्र सिंह, स.उ.नि., थाना हिरणमगरी
- प्रताप सिंह, कानि. 1196, थाना हिरणमगरी (विशेष भूमिका)
- किरेन्द्र सिंह, कानि. 2584, थाना हिरणमगरी
- राजकुमार, कानि. 1884, थाना हिरणमगरी
- कुलदीप सिंह, हैडकानि. 2014, साइबर सेल
- लोकेश रायकवाल, कानि. 2252, साइबर सेल
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