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नए साल से विरासत देखना होगा महंगा, चित्तौड़गढ़ दुर्ग के म्यूजियम की एंट्री फीस बढ़ी

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24 News Update चित्तौड़गढ़ | राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरों को देखने की योजना बना रहे सैलानियों के लिए नए साल की शुरुआत झटका लेकर आ रही है। चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित म्यूजियम में प्रवेश अब पहले की तुलना में महंगा हो गया है। पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग ने एक जनवरी से नई एंट्री फीस लागू करने का निर्णय लिया है। यह फैसला जयपुर स्थित पुरातत्व एवं संग्रहालय निदेशालय से जारी आदेश के बाद लिया गया, जिसकी औपचारिक घोषणा मंगलवार को उदयपुर संभाग स्तर पर कर दी गई।
नई दरों के मुताबिक चित्तौड़गढ़ दुर्ग के म्यूजियम में
भारतीय पर्यटकों को 50 रुपये
भारतीय विद्यार्थियों को 25 रुपये
विदेशी पर्यटकों को 250 रुपये
विदेशी विद्यार्थियों को 100 रुपये
प्रवेश शुल्क देना होगा। इसके साथ ही दुर्ग परिसर के ऐतिहासिक फतह प्रकाश महल में प्रवेश के लिए भी 50 रुपये शुल्क तय किया गया है।

विभाग बोला—धरोहर बचाने के लिए जरूरी कदम
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, उदयपुर के अधीक्षक हिमांशु सिंह ने बताया कि फीस में यह बढ़ोतरी मनमानी नहीं है। उनका कहना है कि म्यूजियम के संरक्षण, भवनों की मरम्मत, संग्रहित ऐतिहासिक वस्तुओं की सुरक्षा और पर्यटकों की बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों की जरूरत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बढ़ी हुई राशि का उपयोग सीधे म्यूजियम के रखरखाव और विकास कार्यों में किया जाएगा।

सिर्फ चित्तौड़गढ़ नहीं, पूरे उदयपुर संभाग पर असर
महत्वपूर्ण बात यह है कि यह बदलाव केवल चित्तौड़गढ़ दुर्ग तक सीमित नहीं है। उदयपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले सभी म्यूजियम में एक जनवरी से संशोधित एंट्री फीस लागू होगी। यानी अब संभाग के किसी भी म्यूजियम में पुराने रेट पर टिकट नहीं मिलेगा। नए साल से ठीक पहले फीस बढ़ने से पर्यटकों और स्थानीय लोगों में असंतोष भी देखने को मिल रहा है। खासकर नियमित रूप से म्यूजियम देखने आने वाले छात्रों और परिवारों को यह निर्णय अखर रहा है। वहीं विभाग का मानना है कि यदि ऐतिहासिक धरोहरों को सुरक्षित रखना है तो यह फैसला अपरिहार्य था।

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