24 news Update उदयपुर। शहर से महज 6 किलोमीटर दूर ग्राम एकलिंगपुरा में अतिवृष्टि के कारण करीब 200 बीघा कृषि भूमि पूरी तरह जलमग्न हो गई है। इस आपदा से लगभग 120 परिवारों पर आजीविका संकट खड़ा हो गया है। शुक्रवार को मेवाड़ किसान संघर्ष समिति उदयपुर के संयोजक विष्णु पटेल अपने पदाधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्र पहुंचे और किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं।
किसानों ने बताया कि हाल ही में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा यहां एक सीसी रोड का निर्माण किया गया था, लेकिन उचित जल निकासी व्यवस्था नहीं बनाई गई। इसी कारण भारी वर्षा के दौरान खेतों में चार से पांच फीट तक पानी भर गया। प्रभावित किसानों का कहना है कि इसका सीधा असर रबी की फसल पर पड़ेगा। वर्तमान में पशुओं के लिए हरे और सूखे चारे का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। बाजार में सूखे चारे की कीमत 10 से 15 रुपए किलो तक पहुंच गई है।
किसानों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अभी तक कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं आया है और न ही क्षति का आकलन किया गया है। इस हालात में किसान बेरोजगार हो गए हैं।
संयोजक विष्णु पटेल ने कहा कि एकलिंगपुरा अब शहरी क्षेत्र घोषित हो चुका है, इस कारण अधिकारी हाथ खड़े कर रहे हैं और किसानों की समस्याओं को अनसुना किया जा रहा है। यदि सरकार ने समय रहते राहत के ठोस कदम नहीं उठाए तो मेवाड़ किसान संघर्ष समिति आंदोलन का मार्ग अपनाने को मजबूर होगी।
इस मौके पर समिति के सह-संयोजक प्रेमचंद पटेल, ग्राम पंचायत मनवाखेड़ा के पूर्व उपसरपंच शंभूलाल डांगी, एकलिंगपुरा नवयुवक मंडल अध्यक्ष प्रताप सिंह चुण्डावत, मंडल अध्यक्ष नारायण डांगी, माधुलाल डांगी, भेरूलाल पटेल सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
अतिवृष्टि से एकलिंगपुरा में 200 बीघा भूमि डूबी, किसानों पर संकट, मेवाड़ किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, सरकार से राहत की मांग

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