24 News Update उदयपुर। प्रताप गौरव केंद्र राष्ट्रीय तीर्थ के तत्वावधान में हल्दीघाटी युद्ध के 450वें वर्ष के उपलक्ष्य में हल्दीघाटी विजय सार्द्ध चतु:शती समारोह का शुभारंभ बुधवार, 18 जून से होगा। इस ऐतिहासिक आयोजन की शुरुआत हल्दीघाटी में राष्ट्र चेतना यज्ञ से होगी। समारोह के तहत वर्षभर विविध आयोजन होंगे। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति के अध्यक्ष प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने बताया कि 1576 में हुए ऐतिहासिक हल्दीघाटी युद्ध के 450 वर्ष पूर्ण होने पर यह समारोह एक वर्ष तक देशभर में उत्साह, राष्ट्र गौरव और चेतना का संचार करेगा। उन्होंने कहा कि यह केवल इतिहास का स्मरण नहीं, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी जड़ों और स्वाभिमान से जोड़ने का अवसर भी है।
सांसद डॉ. मन्नालाल रावत होंगे यज्ञ के मुख्य यजमान
कार्यकारिणी सदस्य चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने बताया कि हल्दीघाटी में प्रातः 8 बजे राष्ट्र चेतना यज्ञ होगा, जिसमें सांसद डॉ. मन्नालाल रावत मुख्य यजमान रहेंगे। उनके साथ क्षेत्र के गणमान्यजन यजमान की भूमिका निभाएंगे। यज्ञ की पूर्णाहुति दोपहर 12:15 बजे होगी, इसके बाद उद्बोधन और महाप्रसादी का आयोजन होगा।
दोपहर बाद निकलेगी विजय संदेश यात्रा
समारोह संयोजक सीए महावीर चपलोत ने बताया कि दोपहर 1:30 बजे हल्दीघाटी से विजय संदेश यात्रा आरंभ होगी। यात्रा में भगवान एकलिंगनाथ की झांकी, हल्दीघाटी की माटी और विजय ध्वज शामिल होंगे। यात्रा तय मार्गों से होते हुए रात्रि 8:15 बजे प्रताप गौरव केंद्र पहुंचेगी। जगदीश चौक पर भगवान एकलिंगनाथ की आरती और आतिशबाजी का आयोजन होगा। यात्रा का हर पड़ाव पर भव्य स्वागत किया जाएगा।
प्रवेश शुल्क और वाटर लेजर शो में विशेष छूट
प्रताप गौरव केंद्र निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि 18 जून से 25 जून तक प्रथम सोपान के आयोजनों के दौरान केंद्र का प्रवेश शुल्क और मेवाड़ की शौर्यगाथा पर आधारित वाटर लेजर शो का शुल्क मात्र 50 रुपये रहेगा। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र और संस्कार भारती के सहयोग से मेवाड़ी चित्रशैली पर 25 चित्रकारों की चित्रकला कार्यशाला होगी, जिसमें महाराणा प्रताप का जीवन, युद्ध दृश्य और मेवाड़ की सांस्कृतिक झलक कैनवास पर उतारी जाएगी। साथ ही आईसीएचआर और साहित्य संस्थान राजस्थान विद्यापीठ के सहयोग से सात दिवसीय प्राचीन भारतीय लिपियों पर कार्यशाला आयोजित होगी। इसमें ब्राह्मी लिपि एवं उसके विकसित रूपों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
देशभर में होंगे संगोष्ठी व आयोजन
समिति महामंत्री पवन शर्मा ने बताया कि समारोह के अंतर्गत पूरे वर्ष देश के विभिन्न राज्यों और राजस्थान के प्रत्येक जिले में हल्दीघाटी युद्ध पर संगोष्ठियां, चित्रकला, रंगोली, भाषण, आशुभाषण प्रतियोगिताएं और दिवेर विजय महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। समारोह का भव्य समापन 18 जून 2026 को होगा। समारोह की प्रेसवार्ता के दौरान वन-वे विजन पोस्टर का विमोचन भी किया गया।
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