24 News Update भीलवाड़ा। पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट के समधी और रत्नाकर ग्रुप के मालिक शंकरलाल जाट के बिजनेस ठिकानों पर डायरेक्टोरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस जयपुर जोनल टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। अब तक की जांच में करीब 30 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी सामने आ चुकी है, जबकि विभाग को कुल 75 से 80 करोड़ रुपए तक के घोटाले का अंदेशा है।
अधिकारियों के अनुसार रत्नाकर ग्रुप ने फर्जी चालानों और बिलिंग के जरिए बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की। इस खेल से सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ। शुरुआती कार्रवाई के तहत विभाग ने ग्रुप पर 18 करोड़ रुपए तुरंत जमा कराने का दबाव बनाया है, अन्यथा गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि डिपार्टमेंट की अलग-अलग टीमें भीलवाड़ा में रत्नाकर ग्रुप के दफ्तरों और अन्य ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। ग्रुप से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की जा रही है और संदेह है कि यह नेटवर्क राजस्थान के कई जिलों तक फैला हुआ है। जल्द ही कुछ और कारोबारी भी विभाग की जांच के घेरे में आ सकते हैं।
इस कार्रवाई से न सिर्फ स्थानीय व्यापारिक हलकों में हड़कंप मच गया है बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बढ़ गई है, क्योंकि मामला सीधे पूर्व मंत्री के रिश्तेदार से जुड़ा है। कारोबारी वर्ग इसे अब तक की सबसे बड़ी जीएसटी रेड मान रहे हैं। शुक्रवार को भी रत्नाकर ग्रुप के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है।
भीलवाड़ा में जीएसटी विभाग की सबसे बड़ी कार्रवाई, पूर्व मंत्री रामलाल जाट के समधी के ठिकानों पर छापा

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