24 News Update सलूंबर/सेमारी। सेमारी थाना क्षेत्र के गुड़ासर गांव में दादी और पांच वर्षीय नाती की नृशंस हत्या के बाद दूसरा दिन भी तनाव, नाराज़गी और आक्रोश से भरा रहा। रविवार को भी ग्रामीण और परिजन मुख्य आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग पर अड़े रहे। जब तक दोनों मांगें पूरी नहीं होतीं, परिजन ने स्पष्ट कह दिया—शव नहीं उठाएंगे।
सलूंबर जिला अस्पताल की मोर्चरी में दोनों शव रखे हैं और तनावपूर्ण हालात को देखते हुए अब तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। जिले के डीएसपी चांदमल सिंगारिया सहित चार थानों की पुलिस मौके पर तैनात है। गोडासर पंचायत के सरपंच राजेंद्र मीणा ने कहा कि पुलिस लगातार समझाइश कर रही है, परिजनों का रुख साफ है—
जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होंगे, शव नहीं उठेंगे।
सरपंच ने पुलिस पर कार्रवाई में सुस्ती बरतने का आरोप भी लगाया— जितना जाब्ता यहां लगा रखा है, उतना आरोपी को पकड़ने में लगाया होता तो वह अब तक गिरफ्तार हो जाता।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार कई टीमें जिले व आसपास के क्षेत्रों में लगातार दबिश दे रही हैं और जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिया जा रहा है। सामाजिक पंच भी मौके पर मौजूद हैं और दिनभर पुलिस–परिवार के बीच वार्ता चली।
जघन्य वारदात: पेट, छाती और सिर पर हमले; पैर काटकर चांदी के कड़े ले गए
शुक्रवार रात करीब 11 बजे के आसपास यह वारदात हुई। परिवार के लोग पड़ोसी घर में सत्संग कार्यक्रम में गए हुए थे, तभी आरोपी घर में घुसा और धारदार हथियार से हमला कर दिया। रात को घर से अचानक आई चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी पहुंचे तो 65 वर्षीय गौरी और उसके 5 वर्षीय नाती सुरेन्द्र को लहूलुहान हालत में पाया।
पुलिस के अनुसार— दोनों के पेट और छाती पर कई वार किए गए, सिर में गंभीर चोटें थीं, गौरी के पैर पर बार-बार वार कर उसे काट दिया गया, आरोपी चांदी के कड़े निकालकर ले गया। 5 वर्षीय सुरेन्द्र, गौरी की बड़ी बेटी शारदा का पुत्र था। वह कुछ दिन पहले ही ननिहाल आया था।
दामाद पर हत्या का आरोप
हत्या के तुरंत बाद मृतका के पति धन्ना मीणा ने अपने दामाद गंगाराम मीणा पर शक जताते हुए साफ आरोप लगाया था कि हत्या उसी ने की है। उनका कहना है कि गंगाराम शराब पीकर आए दिन पत्नी से झगड़ा करता था। कई बार डांट-फटकारने पर वह नाराज़ रहता था और परिवार को धमकियां देता था।
गांव में भारी पुलिस जाब्ता, माहौल तनावपूर्ण
गांव में लगातार दूसरे दिन तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। चार थानों की पुलिस और अतिरिक्त जाब्ता तैनात है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। मोर्चरी, गांव और घटनास्थल—तीनों स्थानों पर पुलिस की विशेष निगरानी है।

